
बाढ़ से निपटने कलेक्टर ने की तैयारियों की समीक्षा, 1 जून से महासमुंद में 24 घंटे कंट्रोल रूम होगा सक्रिय
महासमुंद। जिले में आने वाले मानसून और संभावित बाढ़ को देखते हुए कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने 20 मई को जिला अधिकारियों की बैठक ली। इस बैठक में आपदा से बचाव और राहत कार्यों की तैयारियों की समीक्षा की गई।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले में लगे सभी वर्षा मापक यंत्रों की जांच कर उन्हें सही हालत में लाया जाए और जहां यंत्र नहीं हैं वहां जल्द से जल्द लगाए जाएं। साथ ही उन्होंने बताया कि 1 जून 2025 से जिले में 24 घंटे काम करने वाला नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) शुरू किया जाएगा, जिसकी जानकारी आम जनता को मीडिया के माध्यम से दी जाएगी।
यह कंट्रोल रूम कलेक्टर कार्यालय के कक्ष क्रमांक 20 में वर्षा ऋतु समाप्त होने तक काम करेगा। इसका फोन नंबर 07723-223505 और ईमेल आईडी msamund.cg@nic.in रहेगा। इसके संचालन के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं।
कलेक्टर लंगेह ने संवेदनशील और दूरस्थ इलाकों में पहले से ही खाद्यान्न, नमक, केरोसीन और जरूरी दवाइयों का भंडारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि पेयजल स्रोतों की सफाई और ब्लीचिंग पाउडर की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।
बाढ़ संभावित क्षेत्रों की सूची बनाकर उनकी लगातार निगरानी करने, सुरक्षित स्थानों की पहचान करने और लोगों को वहाँ पहुँचाने की योजना तैयार करने को कहा गया है। इसके अलावा बचाव कार्यों के लिए नाव, उपकरण और प्रशिक्षित कर्मियों को तैयार रखने के निर्देश भी दिए गए।
नगरीय इलाकों में नालों की सफाई, जल निकासी के लिए पंपों की व्यवस्था, नदियों के जलस्तर पर निगरानी और जलाशयों से छोड़े जाने वाले पानी की जानकारी समय पर नीचे के क्षेत्रों तक पहुँचाने को भी कहा गया है।
कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि राहत शिविरों में भीड़ प्रबंधन, सफाई, पीने के पानी, स्वास्थ्य जांच जैसी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। साथ ही, बाढ़ से होने वाली क्षति की जानकारी रोज़ाना राहत आयुक्त और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के पोर्टल पर अपलोड की जाए।