रायपुर। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ह कांग्रेस शासन द्वारा गुरूवार के अखबार मन म प्रकासित विज्ञापन ल आपत्तिजनक कहिस हे। कौशिक ह कहिन के विज्ञापन म ‘लोकतंत्र अउ बेवस्था के प्रति विस्वास के बहाली जइसे भाखा घोर आपत्तिजनक हे। देस उपर आपातकाल थोपइया पार्टी आज घलो अहंकार म डूबे हे। आखिर काबर? का लोकतंत्र के प्रति विस्वास बहाली तभे हो ही जब कांग्रेस के सत्ता होही। अइसन कहना घोर सामंती मानसिकता अउ तानासाही हे। ए भाखा के निंदा करे जाना चाही।
कौशिक ह कहिन के छत्तीसगढ़ के अस्मिता अउ संस्कृति के रक्षा, जल-जंगल-ज़मीन के मालिक मन ल न्याय दिलाना, अउ जनता के प्रति सासन प्रसासन के संवेदनसील बनना जइसे काम केवल भूपेश बघेल कर सकत हे। अइसे अहंकार केवल कांग्रेस अउ बघेल के पतन के कारन होही। उमन ल अपन ए टिटहरी मानसिकता ले मुक्त होना चाही के इही प्रदेस के उद्धार करइया हे।
कौशिक ह कहिन के लोकतंत्र म हार-जीत लगे रहिथे, लेकिन ए तरह के दंभ अउ असंवैधानिक भाखा के इस्तेमाल नइ होना चाही। अगर बघेल म थोड़ अकन नइतिकता होतिस त उमन प्रदेस के जनता अउ खासकर किसान मन ल ठगे के नाम म हाथ जोड़ के माफी मांगतिस। कांग्रेस के घोसना पत्र म किसान मन के करजा माफ़ करे के बात कहे गेहे, लेकिन भूपेश अउ कांग्रेस अपन बात ले मुकरत हुए अब केवल 16 लाख किसान मन के ‘अल्पकालीन कृषि ऋण माफ़’ करे के बात करत हवय। अइसन धोखाधड़ी ल प्रदेस के जनता कभु माफ़ नइ करही।
कौशिक हकहिस के सत्ता म आत ही भूपेश सरकार के प्राथमिकता केवल बदला के राजनीति करत रहना, संघीय ढांचा ल नुकसान पहुंचाए जइसे फइसला लगातार लेना, अउ केवल लोकतांत्रिक प्रनाली ल तभे मानना जब फइसला पक्ष म हो, अइसन सामंतसाही कभु लोकतंत्र म सहन करे लायक नइए।