अब मुस्कुराइस किसान मन… भूपेश के ऐलान
कइबिनेट बइठक : कर्जमाफी के ऐलान अउ झीरम कांड SIT गठित करेके संगे- संग धान के समर्थन मूल्य घलोक 2500 रुपिया के फइसला
रायपुर । भूपेश बघेल ह मुख्यमंत्री बनेके तुरंतेच कइबिनेट के बइठक लीस हे। बइठक म मंत्री टीएस सिंहदेव अउ ताम्रध्वज साहूके संग मुख्य सचिव अजय सिंह अउ अन्य अधिकारी घलोक मवजूद रहिन। मीटिंग म कर्जमाफी अउ झीरम हमला के जांच बर SIT गठित करे के फइसला होइस। उहें धान के समर्थनमूल्य 2500 रूपिया करे के निरनय ले गेहे।
मुख्यमंत्री बनत ही भूपेश बघेल ह प्रदेस के किसान मन के कर्जमाफी के ऐलान कर दे हे। एखर संग ही धान के समर्थन मूल्य घलोक 2500 रुपिया कर दे गिस हे। सरकार ह झीरम घाटी हमला के जांच बर SIT गठन के घलोक फइसला करे हे।
भूपेश बघेल ह मुख्यमंत्री बने के बाद पहिली प्रेस कॉन्फ्रेंस करिन। ए दउरान उमन कहिन के, ‘मीडिया संविधान के चौथा स्तंभ हे जे ह सरकार ल आइना दिखाए के काम करथे। भाजपा सरकार म पत्रकार मन के बहुत कुछु होइस हे। मोर कोसिस के पत्रकार मन ल अब प्रताड़ित न करे जाए’।
उमन मीडिया ल संबोधित करत हुए कहिन के , ‘जे समस्याएं आप मन उठा हूं ओखर समाधान निकाले के कोसिस करे जाही। मैं मीडिया के दर्द ल करीब ले देखे हव।
‘ कर्जमाफी, समर्थन मूल्य के ऐलान
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ह प्रदेस के किसान मन के कर्ज माफी के एलान करत हुए कहिन के , ‘जन घोसना पत्र म हमन जे वादा करे हन ओमा हमन मुहर लगाने के काम करबो अउ छत्तीसगढ़ म दिवाली मनही। ‘ उमन कहिन के , ‘प्रदेस के 16 लाख किसान मन के 6 हजार 100 करोड़ रुपए कर्ज माफ करे जाही’। मुख्यमंत्री बघेल ह किसान मन ल दूसर तोहफा देवत हुए धान के समर्थन मूल्य 2500 रुपिया करे के एलान करिन। बघेल के ए एलान ले केंद्र ह तय समर्थन मूल्य 1700 रुपए के ऊपर के 800 रुपिया राज्य सरकार वहन करही।
झीरम के जांच बर SIT के गठन
सीएम भूपेश बघेल ह झीरम घाटी हमला के जांच बर SIT गठित करे के एलान करत हुए कहिन के, ‘झीरम हमला के शहीद मन ल न्याय नइ मिल पाए हे। पूरा प्रदेश के जनता ए घटना के जांच करवाना चाहत हे।’
बाप-बेटे ल सजा दिलवाए म बघेल कहिन के , ‘हमन जे वादा करे हन, ओला निभाबो। रहे बात सजा देलाए के काम कानून करही, हमन बदला के भावना ले कोनो काम नइ करन। ‘
शराबबंदी म गोलमोल जवाब
गोपनीय दस्तावेज जलाए के मामला म सीएम कहिन के , ‘मोर जहन म सारी बात हे कोनो एक झटका म जादू के छड़ी नइ चला सकय’। उहें सराबबंदी के वादा म कहिन के, सराबबंदी के फइसला एक झटका म नइ लेय जा सकय। हमन सराबबंदी के पूर्ण पक्षधर हन।