ओपी चौधरी के जीत म अपन मूंछ मन ल दाव म लगाइस ए शख्स ह
रायगढ़ । चुनाई म कउन जीतही अउ कउन हराही एखर फइसला त 11 दिसम्बर के होही । लेकिन समर्थक मन ह अपन प्रत्याशी के जीत के दावा मजबूत बताय बर कुछु करे बर तइयार रहिथे। अइसने ही 1988 के चुनाव म स्व. दिलीप सिंह जूदेव के प्रस्तावक रहे डॉ. श्रवण श्रीवानी ह ओपी चौधरी के चुनाव जीते के दावा करिन हे। अउ ये घलो कहिन के अगर अइसे नइ होइस त अपन मूछ ल मुंडवा दिही।
राज्य म विधानसभा चुनाव के चर्चित विधानसभा क्षेत्र मन म एक रायगढ़ जिला के खरसिया विधानसभा हो। खरसिया ले कांग्रेस अउ भाजपा के दू कद्दावर प्रत्याशी चुनाइ मइदान म हे। एक तरफ युवा कांग्रेस के पदेस अध्यक्ष उमेश पटेल अउ दूसर तरफ भाजपा के ओर ले कलेक्टर के नउकरी छोड़ के राजनीति के दामन थामइया युवा ओपी चौधरी हे।
खास बात ए हे के दूनों ही युवा हे, हम उम्र हे अउ दूनों के अपन-अपन व्यक्तित्व हे अउ दूनों झन खरसिया के लइका हे। मगर ए बार चुनावी महासंग्राम म आमना-सामना करत हे। जेखर चलत विधानसभा ह सबले जादा हॉट सीट माने जात हे। कांग्रेस के गढ़ खरसिया विधानसभा क्षेत्र म पहिली बार भाजपा कांग्रेस ल कांटे के टक्कर देवत नजर आवत हे। पहिली ए सीट म जिहां कांग्रेस एक तरफा जीतत आत रहिस हे। अब ए हाल हे के मामला बराबरी म आके अटक गेहे। बहरहाल अब फइसला खरसिया के मतदाता कर चुके हे, जे 11 दिसंबर के आघू आही। इही बीच दूनों ही पार्टी के नेता- कार्यकर्ता मन अपन अपन कोती ले जीत के दावा करत हे।
फिलहाल अभु जे मामला चरचा करत हन वो खरसिया पूर्व पार्षद डॉ श्रवण श्रीवानी के। उमन ह ए बार दावा के संग भाजपा प्रत्यासी ओपी चौधरी के जीत के बात कहिन । इही आत्मविश्वास के संग उमन उंखर जीत म अपन मूंछ मन ल दाव म लगा दिस हे। उमन कहिन के लोगन अउर मतदाता मन के रुझान अउ जेस प्रकार ले उमन आघू बढ़के ओपी चौधरी ल सपोर्ट करिन हे। मैं दावा के संग कहत हव के ए दफा खरसिया विधानसभा के परिनाम ओपी चौधरी के पक्ष म होही। अगर ओपी चौधरी नइ जीतही त मैं जीवन भर बर अपनी मूंछ मुंडवा लूहूं।