किसान मन अपन खेत म लगे टमाटर मन ले फेंकिस सड़क म ….. वजह जाने बर पढ़व
रायपुर । ए साल घलो दुर्ग जिला के धमधा विकासखंड के सैकड़ों किसान मन अपन खेत म लगे टमाटर ल सड़क म फेंके बर मजबूर हो गेहे। जिला के किसान अपन खेत से टमाटर तोड़ भी नइ पावत हे। टमाटर के खरीददार नइ होय ले लगातार ये स्थिति जिला म बने हवय। एती बर किसान मन ल अब अपन खेत म ले टमाटर ल तुड़वा पाना घलो काफी महंगा पड़त हवय। पीछू बरस घलो टमाटर ल सड़क म फेंक कर किसान मन ह सरकार के खिलाफ नाराजगी जताइस हे।
आप मन ल बता दन कि जे खेत म अपन पसीना बहाके किसान मन फसल पैदा करथे, वही किसान मन आज अतका मजबूर होगे हवय कि अपने ही फसल ल तोड़ के सड़क म फेंके बर मजबूर होगे हे। ये वाक्या हवय दुर्ग जिला के धमधा विकासखंड के। विकास खंड म एक या दो नहीं बल्कि चार कोरी गांव मन के स्थितिअइसने हवय । इहीं कई बरस ले किसान टमाटर ल खेती करत हवय। लेकिन लगातार दू साल ले स्थिति बेहद खराब हवय।
एक ओर शासन प्रशासन पानी के कमी ल देखते हुए रबी के फसल नइ ले बर अपील किसान ले करत हवय ओती दूसर डहर फसल चक्र परिवर्तन करके किसान मन पूरी तरह फंस गेह हवय। दुर्ग जिला म करीब 10 हजार एकड़ म टमाटर के खेती करो जात हे। अउ इहां के टमाटर विदेश मन म घलो सप्लाई होथे। लेकिन पीछू बरस ले टमाटर के विदेश म जाना बंद होगे हवय। एती दूसर प्रदेश मन ले टमाटर के आवक होवत हवय। अइसे म लोकल किसान मन के कमर टूट गेहे। आलम ये हवय किसान अपन लागत मूल्य तक नइ निकाल पावत हे।
किसान मन नेता सरकार के ये दोहरे चरित्र ले बेहद आक्रोशित हवय अउ उंमन जल्द ले जल्द किसान मन ल राहत पहुंचाए की मांग सरकार से कर रहे हैं। लंबे समय से जिले में फूड प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना की मांग की जा रही है, लेकिन अनेकों बार सरकार ले मांग करके बाद किसान मन के मांग पूरा नइ हो पाइस । एखर ले लाखों रुपिया के नुकसान किसान मन ल होवत हवय।