” चुनाई साल म योजना के भरमार “
नवनीत शुक्ला मुंगेली । कुछ दिन म आचार संहिता लागू होही अउ ओखर बाद योजना लागू करत नई बनय। जेखर कारन मंत्री मन कूद कूद के दउरा करत हे अउ वेभाग उपर जोर लगाए जात हे कि काम ल जल्द जल्द पूरा करव। एखर बर भले उनला दिन भर म 2 ले 3 कारयकरम करे बर लागय, ओमन करत हे । भले ही हितग्राही मन ल कतको तकलीफ होवय। बिहिनिया ले अपन नान नान लइकन ल धर के अवइया महतारी मन ल न त बइठे के ठउर मिलथे । न त वेभाग उनला पानी तक पूछय।
आइसनहे कुछु आज देखे बर मिलिस सरम विभाग के आयोजित कारयकरम म देखेबर मिलिस। जब अपन नान नान लइकन ल धरके बिहिनिया ले आये रहिस । न त ओखर बर बने असन बइठे के बेलस्था रहिस हे। न उनला कउनो पानी बर पूछिस हे। अपन समान ल पाए के आस लगाए हितग्राही मन आय रहिस । अउ जेन बेवस्था बेभाग ह करे रहिस तेन ह परयाप्त घलो नइ रहिस हे। सरकार के लागू करे बाला योजना ह हितग्राही मूलक होथे। 2002 अउ 2011 के सरवे सूची म जेखर नाम आये हे वो ह योजना के लाभ ले सकत हे । तव फेर ये हितग्राही मूलक योजना फोकट के कइसे होही ?ओमा मिलइया समान ह कइसे फोकट के होही ?