छत्तीसगढ़ के लोगन मन के सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसा म…काबर पढ़व
रायपुर। छत्तीसगढ़ म आम लोगन के सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसा हवय। एखर वजह हे पुलिस के स्वीकृत पद मन ले एक तिहाई पद के खाली होना। उपर ले हमार देश-प्रदेश म वीआईपी कल्चर के कारण ज्यादातर समय पुलिस के ड्यूटी लोगन मन के सुरक्षा के इतर वीआईपी लोगन मन के सुरक्षा म लगना हवय।
आम जनता मन के सुरक्षा के जिमेदारी पुलिस विभाग के पास हवय। लेकिन प्रदेश के आम लोगन के सुरक्षा व्यवस्था उपर वाले संभालत हवय। पुलिस विभाग म पुलिसकर्मी मन के भारी कमी के कारण ये स्थिति निर्मित होइस हे। जानकार के कहिना हे कि पुलिस विभाग म एक तिहाई पद खाली हवय। एखर सेती जनता मन अपन आप ल असुरक्षित महसूस करत हे। साथ कोनो भी किस्म के कार्यवाई म घलो देरी होथे। आप मन ल बता दन कि प्रदेश म 453 थाना अउ 113 पुलिस चौकी हवय। जेमा 17,876 पुलिसकर्मी तैनात हे। जबकि ये थाना मन म राज्य सरकार ह 27 हजार 37 पद स्वीकृत कर रखे हे। ए पद मन ह एक अरसा ले खाली हवय अउ सरकार घलो ये ला भरे के प्रयास नइ करिस हे।
प्रदेश के ढाई करोड़ के आबादी बर 17,876 पुलिसकर्मी तैनात हवय। देखबे तो एक पुलिसकर्मी के भरोसा म 1398 लोगन के सुरक्षा हवय । एखर सेती अपराध के ग्राफ बढ़त जात हे। अउ एक कारण हवय जेखर सेती आम जनता ल परेशानी उठाए बर पड़थे। वो हे हमर देश-प्रदेश के वीआईपी कल्चर। ए संस्कृति के चलते पुलिस कर्मी मन के अधिकांश ड्यूटी लोगन के सुरक्षा के बदले वीआईपी लोगन के सुरक्षा म लगथे।
पुलिसकर्मी मन के बड़का संख्या म कमी के चलते जो काम करत हवय वो मन ल 12 घंटे ले भी ज्यादा काम करे बर पड़त हे। ये मन ल कोई वीकली ऑफ नइ मिलय। जाहिर हे कि पुलिसकर्मी मन के शारीरिक अउ मानसिक सेहत के संग पारिवारिक जिमेदारी म भी एकर खासा असर पड़थे