जिला प्रशासन देवत हे बेबी किट अउ मदर किट के तोहफा ….वजह जाने बर पढ़व
राजनांदगांव । जिला प्रशासन ह डिलीवरी के पश्चात नवजात शिशु बर बेबी किट अउ मदर किट के देवत हे। बेबी किट म नोनी- बाबू बर साबुन, तेल, पाउडर, तौलिया अउ ड्रेस शामिल हवय, उहे मदर किट म माँ बर प्रोटीन पॉवडर अउ लड्डू होथे। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के जिला म शुरु होये ये अनोखा पहल ह सबला आनंदित करे हे। रमन सिंह ह घलो अधिकारी मन ल निर्देश देय हे कि योजना के लाभ ले कोनो माता वंचित न होवय। उमन कहिन कि आवइया बखत म राज्य के दूसर जिला मन म ये योजना ल लागू करे जाही। सांसद अभिषेक सिंह घलोक ये कार्यक्रम के तारीफ करिस हे। उमन ह कहिन कि ये योजना के लाभ ज्यादा ले ज्यादा माता मन ल मिलय येखर बर मॉनिटरिंग करे जाही।
जइसे कि परंपरा हे शिशु के जन्म म लोगन, रिश्तेदार, मित्रगण तोहफा देथे। ये तोहफा शगुन के रूप म होथे, जो शिशु के मंगल कामना के रूप म दिए जाथे। इही मंगल कामना के संग बेबी किट अउ मदर किट घलो जिला प्रशासन के स्वास्थ्य अमला ह देथे। छत्तीसगढ़ म शिशु के जन्म बखत माँ बर लड्डू बनाए के परंपरा हे, जेला छेवारी लड्डू कहे जाथे। ये लड्डू म मेवा मिले रहिथे। मेवा म विटामिन के भरपूर स्रोत होथे। अउ डिलीवरी के बाद सेहत के रिकवरी म काफी मददगार होथे। ये लड्डू गुड़ म बनाए जाथे। गुड़ ह प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए मसहयोगी होथे। बेबी किट अउ मदर किट के प्रयोग के संबंध म जानकारी देवत हुए सीएमएचओ डॉ. मिथिलेश चौधरी ह बताइन कि जिला म स्वास्थ्य सूचकांक ल बेहतर अउ संस्थागत प्रसव म वृद्धि करे बर नवाचार मन लेके विशेष बइठक कलेक्टर भीम सिंह ह ले रिहिस हे। बइठक म उमन ह कहे रिहस कि शिशु के जन्म कोनो भी परिवार बर सबले सुखद घटना होथे। ये अवसर म रिश्तेदार अउ मित्र माता ल अउ शिशु ल शगुन देथे। अइसने जिला प्रशासन घलोक करय तो बच्चा के माता-पिता एक सुखद अनुभव लेके स्वास्थ्य केंद्र ले घर जाही। एखर संग संग दूसर लोगन मन ल संस्थागत प्रसव के अपन सुखद अनुभव के जानकारी देंही।