में जिंदा हों साहब मोला मकान दिलवा दो..!
गरियाबंद. गरियाबंद जिला मा सरकारी अधिकारी मन के लापरवाही के खामियाजा एक युवक ल भुगतना पड़त हे। दरअसल इहां जिंदा मनखे ल सरकारी कागज म मरे घोषित कर दे गे हे। अब युवक खुद ल जिंदा साबित करे बर दर-ब-दर भटके बर मजबूर हे। थके हारे मनखे ह अब अपन जीयत होए के अर्जी लोक सुराज म लगाए हे। ओखर कहना हे कि वोला सरकारी काजग मा मरे बताए गे हे। इखर सेति ओला प्रधानमंत्री आवास नई मिलत हे।
मामला हरे मुंगीया पंचायत के आश्रित गांव कुर्मी बासा के जिहां 41 साल के मनखे धनसाय यादव आज सरकारी दफ्तर म भटके बर मजूबर हे। काबर कि सरकारी कागज ह बतात हे कि धनसाय ह मर चुके हे। ओखर सामने सबसे बड़े चुनौती इही हे कि खुद ल कईसे जिंदा साबित करे। खुद ल जिंदा हों ऐ बताए बर धनसाय ह गांव म लगे लोक सुराज दल के पास पहुंचिस। बात ल सुनके साहब मन के घलो माथा चकरा गे। पहिली को ओला पगला किहीस। फेर बाद म सरकारी कागज पतरी ला देखिस तब यकीन करिस।
धनसाय बताथे कि प्रधानमंत्री आवास के काजग म ओला मर गे हे कहिके बताए हे। चार दिन पहिली ओ कागज ल देखिस त ओला ऐ बात के पता चलिस। तभे दउड़े-दउड़े सुराज दल म आवेदन दे बर अईस। देखे जाए तो ए ह सरकारी अधिकारी अऊ कर्मचारी मन के लापरवाही आए। फेर सवाल ऐ उठथे कि आखिर जिंदा आदमी ल मरे घोषित करे के जिम्मेदार कोन हावय। ए बात के अभी पता नई चले हे। वईसे ऐ कागज ला पंचायत सचिव हा जनपद पंचायत में भेजथे । सरपंच भूपेशचंद्र नायक बताथे कि साल 2015 म नवा कागज बनाए गे रिहिस। ओ बखत धनसाय के नाम हा 93 नम्बर में रिहिस हे। एकर बाद कब वोला मरे बता दिस ए नई जानत हव।। ऐति बर ए बात के पता जनपद कार्यालय मा लगिस तो इहों हड़कंप मच गे। तब जाके कागज के माटी ल साफ करिस अऊ कंप्यूटर ला देखिस त धनसाय ल जीवित बताए गिस। अब मझगांव म 13 मार्च के जम्मो कागज पतर के निपटारा होही त धनसाय के ऐ समस्या ह सुलझ सकथ हे।