राज्य के मुखिया डॉक्टर अउ स्वास्थ्य विभाग अस्वस्थ : कांग्रेस
रायपुर। कांग्रेस ह रमन सिंह उपर आरोप मन के झड़ी लगात हुए स्वास्थ्य सेवा ला ले के गंभीर सवाल खड़ा करिस। जे प्रदेश के मुखिया खुद डॉक्टर हे, उहां स्वास्थ्य सुविधाएं नइ दे सकत हे ? सरकारी अस्पताल मन के निजीकरण करे जात हे। कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता कई आरोप रमन सरकार पर लगाइस हे। उमन के कहिना हे कि छत्तीसगढ़ म सरकार शराब के सरकारी दुकान खोलत हे अउ अस्पताल मन के निजीकरण करे जात हे।
चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. गुप्ता ह किहन कि सरकार के प्राथमिकता शराब बेचना हे । आम लोगन के स्वास्थ्य के चिंता सरकार ल नइए। बुधवार के सीएस के अध्यक्षता म निर्णय ले गेहे कि 9 सरकारी अस्पताल ल पीपीपी मोड म निजी क्षेत्र मन ल देय जाए। ये 9 अस्पताल म एक नया रायपुर अउ एक कुरूद घलोक शामिल हे। एखर मतलब ये हे कि जिहां सरकार हे , उहां भी सरकारी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराए म सरकार सक्षम नइए। जेन 9 सरकारी अस्पताल ल निजी हाथ म देय जात हे , उमन शहरी क्षेत्र म हवय। शहर मन म भी सरकार स्वास्थ्य सुविधा नइ दे पावत हे। राकेश गुप्ता के कहिना हे कि शिक्षा अउ स्वास्थ्य राजनीतिक दल मन के प्रतिबद्धता होथे। यदि कोनो दल जेखर सरकार हे वोह ये कहिके निजी हाथ म सरकारी अस्पताल ल दे देत हे कि हम संचालन नइ कर सकन, तो ये दुर्भाग्यजनक हे। स्वास्थ्य क्षेत्र के बदहाली ह भाजपा के हार के कारण बनेही।
कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री शैलेश नितिन त्रिवेदी ह कहिन कि सबो के सबो 9 अस्पताल शहरी क्षेत्र के हे। नया रायपुर में जिहां सरकार बैइठथे उंहा डॉक्टर नइए। आगू किहिस कि कुरूद जिहां ले स्वास्थ्य मंत्री आवत हे, जे ह सरकार म बइठे हे,उंहां डॉक्टर नइए। मंत्रालय म शासकीय कर्मचारी बर स्वास्थ्य सुविधा नइए। जेखर चलत मउत होवत हे। जे प्रदेश के मुखिया खुद डॉक्टर हे। उखर बाद वो स्वास्थ्य सुविधा नइ दे सकय। ये चिनतनीय हे। ध्यान दे के बात हे कि कल बुधवार के मंत्रालय म मुख्य सचिव अजय सिंह के अध्यक्षता म बैठक होअस जेमा 9 सरकारी अस्पताल ल निजी हाथ म दे के प्रस्ताव ल मंजूरी दे गिस हे। ये फैसला आगू के वित्तीय बरस म लागू हो जाही।