संविदा आयुर्वेदिक चिकित्सक मन ल चिंतित होय के जरूरत नइए
रायपुर । छत्तीसगढ़ म कार्यरत संविदा आयुर्वेदिक चिकित्सक मन ल चिंतित होय के जरूरत नइ हे। उमन ल नइ निकाले जाए। प्रदेश के दूरस्थ अंचल मन म जिहां चिकित्सक जाना नइ चाहे , उहां 17 बरस ले संविदा आयुर्वेदिक चिकित्सक समरपन के संग लोगन के सेवा करत हे। उंखर बर राज्य सरकार बेहतर ले बेहतर रास्ता निकालही। मुख्यमंत्री आज राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार म आयोजित राष्ट्रीय आयुर्वेद सम्मेलन ल संबोधित करत हुए कहिन। सम्मेलन के आयोजन छत्तीसगढ़ आयुर्वेद चिकित्सक महासंघ ह करे रिहिस हे। आगू मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ह कहिन कि दुनिया म आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति तेजी ले लोकप्रिय होवत हे । ये चिकित्सा पद्धति के संग -संग आयुर्वेदिक औषधी मन के मांग घलो तेजी ले बढ़त हे। अन्तरासटीय स्तर म आयुर्वेदिक औषधी मन के व्यापार म 15 ले 16 प्रतिशत के वृद्धि दरज करे जात हे। लोगन मन म आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति म भरोसा बढ़त हे।
सम्मेलन के अध्यक्षता सेन्ट्रल कौंसिल आफ इंडियन मेडिसिन के अध्यक्ष डॉ. वनीथा मुरलीधरन ह करिन। कार्यक्रम म सेन्ट्रल कौंसिल आफ इंडियन मेडिसिन के सदस्य डॉ. राजेश शर्मा अउ डॉ. विक्रम उपाध्याय के संग पद्मश्री ले सम्मानित आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. सुरेन्द्र दुबे विशेष अतिथि के रूप म उपस्थित रहिन हे। छत्तीसगढ़ आयुर्वेद चिकित्सक महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. शिवनारायण दुबे ह स्वागत भाषण दिस। डॉ. संजय शुक्ला ह कार्यक्रम के संचालन करिस ये अवसर म छत्तीसगढ़ समेत अलग- अलग प्रदेश मन के आयुर्वेद चिकित्सक अउ विद्यार्थी अब्बड़ तादाद म उपस्थित रहिन हे।