
हिंदू नववर्ष:हिंदू दैनंदिनी के विमोचन, नशामुक्त भारत के संकल्प के साथ निकली नववर्ष की शोभायात्रा
हिंदू नववर्ष:नववर्ष युगाब्द 5127 के अवसर पर भारत के विभिन्न प्रांतों में भगवान की आराधना और भक्ति के साथ नववर्ष का पावन पर्व मनाया गया। इसी क्रम में रविवार सुबह 7 बजे शुभम् विहार शिव मंदिर से 27 खोली हनुमान मंदिर तक भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इस शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए, जिन्होंने भक्ति और उल्लास के साथ नववर्ष का स्वागत किया। शोभायात्रा जिन मार्गों से गुजरी, वहां भक्तों ने श्रद्धा और सम्मान के साथ शोभायात्रा का स्वागत किया। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से प्रारंभ होने वाला यह नववर्ष पूर्णतया वैज्ञानिक आधार पर आधारित है। इसी कारण शोभायात्रा में पीला, लाल और गेरूआ वस्त्र धारण किए श्रद्धालुओं पर स्वयंस्फूर्त जनता द्वारा पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया।
शोभायात्रा के दौरान संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया। श्रद्धालुओं ने शंख, घंटा, झाल-मजीरा की आध्यात्मिक ध्वनियों से वातावरण को गुंजायमान कर दिया। शोभायात्रा के मार्ग में विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं ने स्वागत द्वार बनाकर शोभायात्रा का अभिनंदन किया। इस पावन अवसर पर हिंदू दैनंदिनी का विमोचन किया गया और नशामुक्त भारत का संकल्प लिया गया। इस दौरान समाज के गणमान्य नागरिकों और संतों ने हिंदू नववर्ष की वैज्ञानिकता और महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से नववर्ष की शुरुआत होना प्रकृति और खगोल विज्ञान से भी मेल खाता है, क्योंकि इसी समय प्रकृति में नई चेतना और उमंग का संचार होता है।
शोभायात्रा में सभी वर्गों के लोग एकजुट होकर धर्म और संस्कृति के प्रति अपनी आस्था व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर भक्ति गीतों और जयघोष से माहौल भक्तिमय बना रहा। श्रद्धालु ढोल-नगाड़ों की धुन पर झूमते नजर आए। शोभायात्रा का मुख्य उद्देश्य समाज में सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार करना और नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़ना रहा। इसके साथ ही, युवाओं में नशामुक्त भारत का संदेश फैलाने का संकल्प लिया गया। आयोजन समिति ने सभी भक्तों का धन्यवाद ज्ञापित किया और भविष्य में भी ऐसे आयोजनों की निरंतरता बनाए रखने का संकल्प लिया।