बबा के पाछु सईकिल म बईठे ले शुरू होगे रिहीस कला जीवन , जागेश्वरी के
दीपक बावनकर@raipurपूत के पांव पालना म दिख जथे , कईथे न तईसने आए जागेश्वरी ।
जागेश्वरी के कहानी तो लईकापन ले शुरू होगे रिहिस जब वो ह अपन बबा के संग सईकिल में बईठ के मड़ई म सांस्कृतिक कार्यक्रम देखे ला जाय ल लगीस। जागेश्वरी जब आठवीं पढ़त रिहीस तब तो सीडी प्लेयर घर म खुसर गे रिहिस । जागेश्वरी सीडी म करन खान के गाना देखे त मन म, करन खान संग अभिनय करे के सपना देखे ल लग गे , लेकिन वो सपना भी कुछ साल में गीत और संगीतकार भूपेंद्र साहू के एल्बम ले पूरा होगिस ।
दुर्ग जिला के बेलोदि गांव म पले बढे जागेश्वरी के बिहाव 2013 म माढ़ गिस , जेखर बाद वो ह पारिवार म व्यस्त हो गे। एक दुर्घटना के कारण वो ह कोमा जईसन गंभीर बीमारी तक पहुंच गे। ले दे के बचिस त अभी दईहान म काम करे के मौका मिलगे ।
किस्मत के धनी जागेश्वरी के पहली फिलिम “पठौनी के चक्कर” रिहिस।
जागेश्वरी ह आज एक सुघ्घर लईका के महतारी घलोक हे।अब भी वो ह उही एनर्जी के साथ काम करे बर फिट हे।अगर जागेश्वरी ल भौजी या बड़े बहिनी के रोल मिलहि त वो ह अपन रोल के साथ बने न्याय कर पाही ।
दीपक बावनकर