रायपुर के 600 ले ज्यादा स्कूल के बच्चा मन म हे आयरन के कमी, 1.37 लाख छात्र मन ल पेट के बीमारी
रायपुर. प्रदेस म आयरन अउ विटामिन ए के कमी वाला सबले ज्यादा बच्चे मिले हें। सिर्फ रायपुर के 600 स्कूल मन म डेढ़ लाख ले ज्यादा बच्चा मन ल आयरन के दवा के वितरण करे गे हे। विटामिन ए के कमी अउ पेट संबंधी बीमारी ले पीड़ित बच्चा मन घलो बहुत ज्यादा हें। आंखी संबंधी बीमारी वाला बच्चा मन के संख्या म प्रदेस के बिलासपुर जिला अव्वल हे। जबकि राजधानी रायपुर के अभनपुर ब्लॉक म सबले ज्यादा बच्चा मन ल चश्मा लगे हे।
स्कूल शिक्षा विभाग के एमडीएम डैसबोर्ड के मॉनीटरिंग सिस्टम के सर्वे म खुलासा होए हे कि प्रदेस म 23 लाख ले ज्यादा बच्चा मन के स्वास्थ्य परीक्षण कराए गिस। स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान बच्चा मन म आयरन अउ विटामिन ए के कमी के मरीज पाए गिन हें। उहें कृमिनाशक गोली के वितरण भी करे गे हे। इही प्रकार ले ज्यादातर बच्चा मन म पेट संबंधी बीमारी घलो पाए गे हे। सिर्फ रायपुर के सहरी क्षेत्र म ही पेट संबंधी बीमारी वाला बच्चा 72 हजार मिले हें, जबकि अभनपुर अउ तिल्दा ब्लॉक म अइसन बच्चा मन के संख्या बहुत ही कम हे। एकर अलावा आंख म दिक्कत भी बहुत बच्चा मन म पाए गे हे। एकर कारण ले ओमन ल चश्मा के वितरण करे गे हे। इही प्रकार ले पूरे ब्लॉक म आंख संबंधी बीमारी वाला बच्चा सिर्फ अभनपुर म मिले हें। इहां एक साल म 228 बच्चा मन ल चश्मा वितरण करे गे हे। प्रदेस म सबले ज्यादा प्राथमिक कक्षा मन के बच्चा मन के स्वास्थ्य परीक्षण कराए गिस। जेमा सबसे ज्यादा 600 स्कूल मन म लाखों बच्चा मन म आयरन अउ विटामिन के कमी वाला बच्चा मिले हें। कृमिनाशक दवा के वितरण भी करे जात हे। एकर ले साफ हे कि पेट संबंधी बीमारी घलो बच्चा मन म बाढ़त हे।
रायपुर के अभनपुर ब्लॉक म ही 228 अइसे बच्चा हें, जेमन ल जांच के दौरान कम दिखाई दे के शिकायत मिले रिहिस। एकर बाद ओमन ल चश्मा के वितरण करे गिस। रायपुर जिला के बाकी तीन ब्लॉक म अइसे कोई बच्चा नई मिलिस। आंख संबंधी बीमारी के बारे में बात करन त बिलासपुर म 2178 बच्चा मन ल चश्मा वितरण करे गे हे। दुर्ग जिला के 1337 अउ बलौदाबाजार व बेमेतरा के 12 सौ बच्चा मन म आंख संबंधी बीमारी पाए गे हे। जबकि जशपुर म सबले कम बच्चा आंख संबंधी बीमारी के मिले हें। बीजापुर म एको झन लइका म अइसन बीमारी नई मिले हे।
कमी के हिसाब ले देवत हन दवा
ए संबंध म जिला शिक्षा अधिकारी जीआर चंद्राकर के कहना हे कि जेन बच्चा मन म जो कमी होथे, उही हिसाब ले ओमन ल दवा दिये जाथे। चश्मा के वितरण भी करे गे हे। पहली उंकर स्वास्थ्य परीक्षण कराए गे रिहिस हे। समय-समय म बच्चा मन के स्वास्थ्य परीक्षण कराके ओमन ल दवा वितरण करे जावत हे।