लॉकडाउन म जिंदा हे ईमानदारी अऊ मानवता, पिता-पुत्र ह एटीएम म फंसे मिलिस दूसर के रकम ल बैंक म लहुटाइस
जय जोहार….ईमानदारी के अईसे मिसाल ह कम देखे बर मिलत हे। लॉकडाउन म एक ओर जिहां खुद के पैसा ले बर घलो लोग मन ल भटके ल पड़त हे, त ऊहचे दूसर ओर एटीएम म फंसी हुई रकम ल वास्तविक हकदार तक पहुंचाए बर जागरक पिता-पुत्र ह बैंक प्रबंधन ल वापस कर दिस।
दरअसल, लोरमी के एसबीआई एटीएम म 23 अप्रैल के दोपहर म रकम निकाले बर ग्राम सारधा के रहवइया राजेंद्र सिंह अऊ ओखर पुत्र आलोक सिंह गे रहिस। ए दौरान मशीन म पहिले ले फंसे हुये कोनो अन्य व्यक्ति के दस हजार रूपिया निकलिस। रकम ल देख के पिता-पुत्र ह आसपास नजर घुमाइस कि शायद कोनो हड़बड़ी म भूल के चले गे हो, लेकिन रकम के हकदार कोनो मौजूद नई रहिस।
जेखर रकम हे, ओखर परेशानी ल सोचत हुए पिता-पुत्र ह मानवता अऊ ईमानदारी के मिसाल पेश करत हुए लोरमी के भारतीय स्टेट बैंक शाखा म पहुंच के एटीएम ले प्राप्त राशि ल जमा करा के संबंधित तक पहुंचाए बर आवेदन दिस। पिता-पुत्र ह बैंक कर्मचारी ल राशि सुपुर्द करत वक्त निवेदन करिन कि जल्द हकदार व्यक्ति के पता लगा के रकम ओखर तक पहुंचा दे।