Raipur : राज्य के विकास अउ नीति निर्माण बर पर्यावरणीय लेखांकन महत्वपूर्ण, पढ़व
जय जोहार। (Raipur ) आर्थिक अउ सांख्यिकी विभाग डहार ले ‘‘छत्तीसगढ़ म पर्यावरण अउ आर्थिक लेखांकन मूर्त अउ अमूर्त उत्पादन‘‘ बिसय म दू दिनी राष्ट्रीय कार्यशाला के आयोजन करे जावत हे । कार्यशाला म छत्तीसगढ़ समेत मध्यप्रदेश, हरियाणा, मिज़ोरम, जम्मू कश्मीर अउ अन्य राज्य के पर्यावरणविद् शामिल होइन ।
कार्यशाला म राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय भारत सरकार के निदेशक डॉ. सुदीप्ता घोष ह ओवरव्यू ऑफ द एनवायरनमेंट अकाउंट एंड इट्स लिंकेज विथ एसडीजी म व्याख्यान दीन । जेमा वोहा पर्यावरण आर्थिक लेखांकन के प्रणाली तईयार करे जाए के रूपरेखा के बारे म जानकारी दीन । जेखर अनुसार देश के सबो राज्य म घलो पर्यावरणीय लेखांकन तईयार करे जाही । वोहा बताइन कि राज्य के विकास अउ नीति निर्माण बर पर्यावरणीय लेखांकन महत्वपूर्ण होही। संगेसंग जेखर प्रयोग ल नीति निर्माण म करे जाही ।
कार्यशाला म सांख्यिकी अउ योजना विभाग छत्तीसगढ़ के सचिव हिमशिखर गुप्ता, सांख्यिकी अउ योजना विभाग छत्तीसगढ़ के संचालक अमृत विकास तोपनो, उप महानिदेशक रोशन लाल साहू, संयुक्त संचालक एन. बुलीवाल उपस्थित रिहीन । कार्यशाला के दूसरइया दिन आईआईएफएम भोपाल डहार ले प्रस्तुति दे जाही और सॉलिड वेस्ट अकाउंट, वॉटर इक्वेलिटी, फिश प्रोविजिनिंग सर्विसेस, एनएसओ के नवा पहल के बारे म विशेषज्ञ ह व्याख्यान देही ।