कोरबा में हाथियों का आतंक: सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद, किसानों को भारी नुकसान
छत्तीसगढ़ में 3 सालों में 220 मौतें, हाथी-मानव संघर्ष बना गंभीर संकट
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। कटघोरा वन मंडल के केदई वन परिक्षेत्र में 26 हाथियों का झुंड गांवों के करीब पहुंच गया और खेतों में खड़ी फसलों को रौंद डाला। कई गांवों के किसानों की सैकड़ों एकड़ धान व अन्य फसलें बर्बाद हो गईं, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।
कटघोरा वन मंडल में 26 हाथियों का झुंड सक्रिय, वन विभाग अलर्ट मोड पर
जानकारी के अनुसार, कटघोरा वन मंडल में कुल 52 हाथियों का दल सक्रिय है। इनमें से 26 हाथियों का समूह अलग होकर केंदई रेंज के लालपुर, कोरबी, लाद और घुचापुर गांवों के आसपास विचरण कर रहा है। यह झुंड जंगल से निकलकर खेतों तक पहुंचा और सड़क पार करते हुए ग्रामीणों के कैमरे में कैद हो गया।
सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। हाथियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है और ग्रामीणों को उनके करीब न जाने की चेतावनी दी गई है। विभाग ने किसानों को हुए नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है, ताकि मुआवजा प्रक्रिया जल्द पूरी की जा सके।
3 सालों में 220 मौतें, हाथी-मानव संघर्ष बना गंभीर संकट
वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले तीन सालों में हाथियों के हमले में छत्तीसगढ़ में 220 लोगों की जान जा चुकी है। सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर और बलरामपुर जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। ग्रामीणों में हाथियों के लगातार विचरण से दहशत का माहौल है।