हाथी के आए दिन के उत्पात ले निपटे बर सरकार लावत हे सुघ्घर नवा योजना.. का..? पढ़व
रायपुर. हाथी के आए दिन के उत्पात छत्तीसगढ़ के कुछ इलाका मन बर कोई नवा बात नोहे, फेर आज तक हाथी अऊ मनखे मन के सामना न हो अईसन लाए गे तमाम योजना ह सिरिफ कागज म दब के रहि गे हे। अब नवा सरकार आए हे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सरकार ह ऐ मामला ल लेके गंभीर हावय। बताए जात हे कि कोरबा के 450 वर्ग किमी के इलाका जिहां घनघोर जंगल हे उहां एलिफेंड रिजर्व बनाए के तियारी करत हे।
कोरबा के लेमरू वन परिक्षेत्र म ऐ एलिफेंट रिजर्व ल बनाए जाही। एखर बर जल्दी घोषणा करे जाए के बात कहे जात हे। इला लेके वन विभाग ह कैबिनेट के अवईया बईठक म प्रस्ताव घलो लाए के कोशिश म हे। ऐखर ले सरगुजा ले लेके रायपुर के सीमा तक विचरण करईया 280 हाथी मन के आए दिन के उत्पात ले निपटे जाए के बात कहे जात हे। ऐ योजना एखर सती घलो कारगर बताए जात हे काबर कि ऐखर जद म सिरिफ तीन गांव आवत हे अई जम्मो इलाका घनघोर जंगल हे जिहां हाथी मन अच्छा ले विचरण कर सकत हे।
उहें लेमरू वन परिक्षेत्र म पानी के घलो परयाप्त बेवस्था हे। हाथी अऊ मनखे मन के बीच आमना-सामना झन हो एखर बर योजना के जद म अवईया तीन गांव मन ल शिफ्ट घलो करे जा सकत हे। ऐ योजना ह साकार रूप लिहि ताहन राज्यभर ले 280 हाथी मन ल इहां लाए जाहि। वन विभाग ह प्रदेश म करीब 280 हाथी मन के मौजूदगी के दावा करत हे। ऐ हाथी मन सरगुजा-कोरबा ले लेके रायपुर ले लगे सीमा आरंग क्षेत्र तक आ गे हे। ऐमन ल लाके रिजर्व क्षेत्र म सुरक्षित रहे के जगह बनाए जाही।
पाछू के दिन म मुख्यमंत्री ह वन विभाग के बईठक ले रिहिन। अऊ हाथी के समस्या ले निपटे बर बईठक म फईसला ले गिस। ऐमा वनमंत्री मोहम्मद अकबर, मुख्य सचिव सुनील कुजूर अऊ वन अफसर मन मउजूद रिहिन। सीएम बघेल ह लेमरू वन परिक्षेत्र ल एलिफेंट रिजर्व घोषित करे के पक्ष म हे। ऐखर गठन के अधिसूचना के प्रस्ताव तियार करके वन मुख्यालय ह सरकार ल घलो भेज दे हे।