सखी सेंटर ले रिहा कर दे गिस अंजली जैन, कहिस- मोला पिता ले खतरा हे अउ पति संग ही खुश हंव
रायपुर। नौ महीना तक धरमसंकट मा फंसे रेहे के बाद बुधवार के अंजली जैन ला रिहा कर दे गिस। अंजली ला रिहा करे के पहिली सुरक्षा के कड़ा इंतजाम करे गिस। सखी सेंटर के बाहिर न सिरिफ अब्बड़ झन पुलिस तैनात करे गे रिहिस बल्कि सेंटर के आसपास 200 मीटर के दायरा मा धारा 144 तको लागू रिहिस। रिहाई के बाद सखी सेंटर मेरन ही मीडिया से छुटपुट बातचीत मा अंजली कहिस कि- ओला अपन पिताजी से अभी भी खतरा हे अउ पति संग अपन आप ला ओहा सुरक्षित महसूस करत हे।
अंजली अपन सुरक्षा ल लेके चिंता तको जताय हवय। ओहर अपन परिवार वाले मन से अपील भी करे हवय कि जतका सब होगे ओला जम्मो झन ला स्वीकार करना चाही। ए बीच अंजली बात बोलिस कि- ओहर अपन पिताजी से रिश्ता नइ टोरय बल्कि ओमन ला मनाय के कोसिस करही।
असल मा अइसन आय पूरा मामला…
33 साल के मो. इबराहिम सिद्दीकी हर मुस्लिम परिवार के आय जबकि अंजली हा जैन परिवार मा जन्मे हवय। दूनो झन धमतरी जिला के रहवइया आय। करीब दू साल पहिली दूनो के जान-पहिचान होइस अउ देखते-देखत दूनो मा प्यार होगे। इही बीच 25 फरवरी 2018 के दूनो झन आर्य समाज मंदिर मा जाके बिहाव कर लिन। बिहाव के बाद इबराहिम के दावा रिहिस कि- ओहा अब हिन्दू धरम ला अपना ले हवय अपन नाम ल भी बदलके ओहर आर्यन आर्य रख डरे हे।
लेकिन ए कोती बिहाव कानूनी लड़ई भी शुरू होगे। पेंच लगातार उलझत गिस। इही बीच 19 मार्च से आज लगभग 9 महीना तक अंजली हर सखी सेंटर मा ही रिहिस। एखर ले कुछ ही दिन पहिली 15 नवंबर के हाईकोर्ट हर अंजली के ही हक मा फैसला सुनाइस कि अंजली हा न सिरिफ अपन मर्जी के आदमी संग रहि सकत हे बल्कि अपन मनपसंद के जगह मा भी रहि सकथे। उंहें कोर्ट हर धमतरी जिला एसपी ला भी कहिस कि अंजली ला सखी सेंटर ले मुक्त कराय के बेवस्था बनाए।