जो दिल में, वही जबान में रहता था..
अनुपम भार्गव का आखिरी मैसेज- दिसंबर में छालीवुड का बिजनेस अच्छा होगा
ताबीर@सिने36. छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री का एक सितारा अनुपम भार्गव हमेशा के लिए अनंत में लीन हो गए हैं। अभिनय और निर्देशन दोनों में अनुपम की अच्छी पकड़ थी। मुझे कल रात 9.55 बजे अभिनेत्री काजल सोनबेर ने फोन में इस दुखद खबर की सूचना दी। मेरे मुंह से निकला- मजाक कर रही हो? क्योंकि ऐसी खबरों पर विश्वास करना इतना आसान नहीं होता। उसी वक्त एक वाट्सऐप ग्रुप में निर्माता गजेंद्र श्रीवास्तव ने इस आशय की सूचना पोस्ट की। दिलीप नामपल्लीवार ने मुझे एक नंबर सेंड किया और उस नंबर से भीखम का नंबर मिला। भीखम ने अनुपम भार्गव की फिल्म तीन ठन भोकवा में काम किया है। भीखम से बात कर पूरा मामला क्लियर हुआ।
भीखम ने बताया कि अनुपम सरकंडा में रहते थे। उनका घर और ससुराल दोनों वहीं है। उनकी कर्मभूमि इन दिनों रायपुर थी इसलिए वे वहीं रहते थे। बिलासपुर से रायपुर के लिए रवाना हुए। सरगांव के पास एक ट्रेलर ने उनकी कार को चपेट में ले लिया। हादसे में उनका कंधा ही खिसक गया था। भीखम ने बताया, मैं बिलासपुर में रहता हूं। मुझे किसी का फोन आया तो मैं हॉस्पिटल गया। तब तक अनुपम जी गुजर चुके थे।
एक्टर व डायरेक्टर अनुपम भार्गव नहीं रहे। ये खबर जैसे ही आग की तरह फैली हर कोई स्तब्ध था। वजह- कैसे यकीन किया जाए। लेकिन विश्वास तो करना ही होता है। कुदरत के सत्य को स्वीकारने के लिए अलावा और कोई विकल्प भी तो नहीं। जब बात सत्य की निकली है तो अनुपम भार्गव सत्य के काफी करीब रहे हैं। साथी रे… फिल्म के दौरान मेरी उनसे मुलाकात होती रही। उस फिल्म का मैंने जो रिव्यू किया उस पर उनकी पूरी सहमति थी। उन्हें सच स्वीकारने में जरा भी हिचक नहीं थी।
जब उनकी जिमिकांदा रिलीज होने वाली थी। मेरा उनसे राफ्ता नहीं हो पा रहा था। फिल्म रिलीज होने के बाद उन्होंने मुझे एक सच बताया था कि- कुछ लोग हैं जो नहीं चाहते थे कि मेरी और आपकी बातचीत हो। इशारों-इशारों में कुछ नाम भी उजागर हुए। यानी सच अब भी साथ था। फिर उनकी अगली फिल्म आई खाटी मितान कृष्णा अनुज। इस मूवी की पीसी गढक़लेवा में हुई थी। मैंने उनका इंटरव्यू भी किया था।
मेरी उनसे आखिरी बातचीत वाट्सऐप चैटिंग से हुई। 14 सितंबर रात साढ़े दस बजे उन्होंने वाइस नोट भेजा। मैं भी वाइस से ही रिप्लाई करता रहा। तब भी वे वही कह रहे थे जो उनके दिल में था। आखिर में उन्होंने वाइस नोट नहीं भेजा बल्कि लिखा कि- दिसंबर में छालीवुड का अच्छा बिजनेस होगा। एक लाइन में कहें तो अनुपम भार्गव के जो दिल में, वही जबान में रहता था।