रेणुका सिंह घोटाला म कइसे शामिल नई रिहिस , वो तो संस्था के अध्यक्ष रिहिस….अनिला भेड़िया
जय जोहार रायपुर..दीपक ५२ कर.. ये कहानी शुरू होइस रिहिस सन २००४ म यानि बीजेपी के शासन म , ये एक हजार करोड़ के घोटाला के नींव रखे गिस अऊ शुरू होइस पैसा के बंदरबाट , ये पूरा खेल एक एनजीओ संस्था के नाम ले करे गिस अऊ एला पूरा राज्य म फैलाय गे रिहिस, ये संस्था के नाम रिहिस “राज्य स्रोत निशक्तजन कल्याण संस्थान” ,
बता दन की ये संस्था ल शासकीय संस्था बता के इंहा सैकड़ो कर्मचारी मन ल नियुक्ति दे गिस अऊ ऊंखर वेतन के आहरण प्रतिमाह कराय जात रिहिस अऊ निशक्तजन मन ल स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराय बर अस्पताल संचालित करे के नाम म भका भक बिल फाड़े जात रिहिस, ये खेल एखर सेती चलत रिहिस काबर की एमा तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह के करीबी अऊ चहेता आईएएस मन के हस्तक्षेप रिहिस ,अब बात पूरा मामला के खुलासा के , होइस ऐसे कि कुंदन सिंह नाम के व्यक्ति ह समाज कल्याण विभाग म संविदा नियुक्ति म रिहिस , वो ह अपन नौकरी ल स्थाई करे बर आवेदन दिस त पता चलीस कि वो तो पहिली ले नियमित कर्मचारी हे , तब वो ह सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगिस अऊ ओखर होश उड़ गे , जब ये मामला हाई कोर्ट म गिस त जस्टिस प्रशांत मिश्रा ह मामला जनहित अऊ निशक्जन ले जुड़े होय के कारण त्वरित फैसला सुनात हुए मामला के जांच बर सीधा सीबीआई ल सौंप दिस अऊ पंद्रह दिन के समय दे के पूरा दस्तावेज एकत्रित करे के निर्देश दे हे,
कोर्ट ह एमा सात आईएएस अऊ पांच क्लास वन अधिकारी ल पक्षकार बनाय हे , हाईकोर्ट के आदेश के बाद राज्य के बीजेपी खेमा म हलचल होना लाजिमी हे अऊ ये मामला म सफाई देत हुए पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ह किहिस कि कोर्ट के आदेश सर्वमान्य हे अऊ जांच म सहयोग करे जाहि ओमन ह जजमेंट पढ़े के बात करत हुए किहिस कि पूरा जजमेंट में कही भी रेणुका सिंह के नाम नई ले गे हे,
येती रमन सिंह के जवाब म बोलत हुए वर्तमान मंत्री अनिला भेड़िया ह किहिस कि रेणुका सिंह के नाम कैसे नई होही जबकि वो ह संस्था के अध्यक्ष रिहिस , खैर अब मामला सीबीआई के पाला म जा चुके हे अऊ वो ह जांच म जुट गे हे, बता दन कि जब से राज्य म सत्ता परिवर्तन होय हे तब ले बीजेपी शासन के एक एक करतूत सामने आवत हे , अब देखना हे कि निशक्तजन मन के नाम ले करोडो रुपिया डकारने वाला मन के पर्दाफ़ाश जनता के सामने कब होही .