चक्रधर समारोह म बोहावत हे गीत संगीत के धारा , रोज चार से पांच कलाकार मन देवत हे प्रस्तुति
चक्रधर समारोह म नौवा दिन रिखी छत्रिय अऊ ऊंखर टीम द्वारा लोकवाद्य के अनोखा जुगलबंदी प्रस्तुत करे गिस । विभिन्न प्रकार के वाद्य यंत्र जईसे ढोलक, खंजेरी, तंबूरा, चटकोला, धनकुल, दफड़ा, झुनझुना, मांदरी, मोहरी और बांसुरी ल एक साथ बजा के दर्शक मन ल मंत्रमुग्ध कर दिस । दर्शक मन वाद्य यंत्र ले ससुराल गेंदा फूल अऊ सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा गीत सुन के खूब ताली बजाईंन । एखर बाद पंडित गजेंद्र कुमार पंडा अऊ आर्या नंदे ह ओड़ीसी नृत्य के प्रस्तुति दीन । ऊंखर टीम के द्वारा भगवान शिव के अद्र्धनारीश्वर स्वरूप म ओड़ीसी नृत्य के माध्यम ले प्रस्तुति दे गिस । मुम्बई ले आय युवा बांसुरी वादक पलक जैन ह कई गीत के धुन म बांसुरी बजा के समां बांध दिस । पलक ह ऐ मेरे वतन के लोगों अऊ अन्य गीत बांसुरी ले लोगन मन ल सुनाइस । पद्मश्री विजय घाटे के तबला वादन ह दर्शक मन के मन मोह लिस, गौतम चौबे ह छत्तीसगढ़ी लोकगाथा लोरिक चंदा के प्रस्तुति दीस ।
कार्यक्रम के शुभारंभ सारंगढ़ विधायक श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े अऊ रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक ह महाराजा चक्रधर के चित्र म पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलित करिस । ये अवसर म कलेक्टर यशवंत कुमार, पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह, जिला पंचायत सीईओ सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के संगे संग गणमान्य नागरिक अऊ जनसामान्य उपस्थित रिहिन ।