
मुख्यमंत्री ह इंडियन वॉटर वर्क्स एसोसिएशन के अधिवेशन के करिन शुभारंभ, देशभर के 400 जल विशेषज्ञ अउ अनुभवी इंजीनियर मन होवत हे शामिल
रायपुर। पानी प्रकृति के अनमोल उपहार हे, जेला ईश्वर ह हमन ल बेमोल दे हे, लेकिन हमन ल एखर मोल समझना होहि। आज पूरा विश्व जल संकट ले जूझत हे। देश-दुनिया के कई शहर म भू जल स्तर म तेजी ले गिरावट आवत हे। यदि समय रहिते हमन सचेत नई होबो त जल संकट विकराल रूप धारण कर सकथे। हमन जम्मों झन ल पानी के एक-एक बूंद ल सहेजना होहि। जल संरक्षण के जिम्मेदारी हमन सबके हे। जल प्रबंधन आज समय के मांग हे। हमन अवइया पीढ़ी के बेहतर जीवन बर जल के प्रबंधन, संरक्षण के संग जल स्रोतों के संवर्धन म विशेष ध्यान देना होहि। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ह इंडियन वाटर वर्क्स एसोसिएशन के 57वां वार्षिक अधिवेशन ल संबोधित करत ए बात ल कहिन।
मुख्यमंत्री साय ह कहिन कि वैश्विक जलवायु संकट के परिपेक्ष्य म जल संरक्षण अउ घलो महत्वपूर्ण हो गे हे। ओमन ह कहिन कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ह जल संरक्षण बर जल जीवन मिशन, जल शक्ति अभियान, अमृत सरोवर, मिशन अमृत अउ एक पेड़ मां के नाम जइसन अभियान शुरू करके जल अउ पर्यावरण संरक्षण के दिशा म महत्वपूर्ण कदम उठाए गे हे। मोदी ह प्रत्येक घर तक स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराए बर हर घर नल ले जल योजना शुरू करिन। हमर सरकार ह छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाका म स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराए बर नल कनेक्शन प्रदान करे हे, जेखर ले लोगन मन के घर म साफ पानी पहुंचाए ले उखर स्वास्थ्य स्तर घलो सुधरा हे अउ ग्रामीण मन के जीवन स्तर म घलो सकारात्मक बदलाव आए हे। कार्यक्रम म मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ह इंडियन वॉटर एसोशिएसन के स्मारक के विमोचन करिन।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ह कार्यक्रम ल संबोधित करत कहिन कि देश भर ले आए इंजीनियर्स, जल संरक्षण के विषय विशेषज्ञ जल संरक्षण के विषय म गहन विचार विमर्श करबो अउ जल संरक्षण बर रणनीति तैयार करे म योगदान देहि।
बता दन कि इंडियन वॉटर एसोशिएसन के मेजबानी म दूसर बार राजधानी रायपुर म 10 ले 12 जनवरी तक आयोजित करे जात ए अधिवेशन म जल-360 डिग्री के थीम रखे गे हे। अधिवेशन म देश के 400 जल विशेषज्ञ अउ अनुभवी इंजीनियर शामिल होवत हें। अधिवेशन म जल, अपशिष्ट जल उपचार अउ सतत प्रबंधन म नवीन टेक्नोलॉजी ल शामिल करे म विचार-विमर्श करे जाहि।