मुख्यमंत्री बोले-युवाओं का भविष्य संवारना सरकार की जिम्मेदारी
रायपुर। शहर के बैजनाथ पारा में नव निर्मित तक्षशिला लाईब्रेरी और डिजिटल रीडिंग जोन का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि देश-प्रदेश के युवाओं का भविष्य संवारना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही विकास का मूलमंत्र है। पढ़-लिखकर ही युवा डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक और अधिकारी बन सकते हैं। पढ-लिख कर ही देश की सेवा कर सकते हैं और देश के विकास में भागीदार हो सकते हैं। मुख्यमंत्री ने इस दौरान प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रति युवाओं के उत्साह और तैयारियों की लगन को देखते हुए रायपुर शहर में नालंदा परिसर की तर्ज पर एक और सुसज्जित लाईब्रेरी स्थापित करने की भी घोषणा की।
परीक्षार्थियों के लिए रायपुर शहर मे एक और लाईब्ररी बनेगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को विकसित भारत के रूप में संवारने का संकल्प लिया है और हमें छत्तीसगढ़ को विकसित छत्तीसगढ़ बनाकर इस अभियान में भागीदारी करनी है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं और बधाई दी। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को मन लगाकर पढ़ने, मेहनत करने की समझाईश भी दी। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अरूण साव, शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, वित मंत्री ओ.पी. चौधरी, लोकसभा सांसद सुनील सोनी, रायपुर ग्रामीण विधानसभा के विधायक मोतीलाल साहू, धरसींवा विधानसभा के विधायक अनुज शर्मा, रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढ़ेबर, नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे सहित कलेक्टर डॉ गौरव सिंह और नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा भी मौजूद रहे।
पीएससी परीक्षा की जांच सीबीआई से कराने पर प्रतियोगियों ने जताया आभार –
राज्य सरकार द्वारा पीएससी परीक्षा की गड़बड़ियों की जांच केन्द्रीय जांच एजंेसी सीबीआई को सौंपने के सरकार के फैसले पर प्रतियोगी परीक्षाओं के विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री साय के प्रति आभार व्यक्त किया। तक्षशिला लाईब्ररी के शुभारंभ अवसर पर पहंुचे श्री साय ने जब प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों से मुलाकात की तो परीक्षार्थी खुशबू चौहान और तान्या चंद्राकर ने सभी प्रतिभागियों की ओर से मुख्यमंत्री को पीएससी परीक्षा की सीबीआई जांच के लिए धन्यवाद दिया। जिसका उपस्थित अन्य प्रतिभागियों ने जोरदार तालियां बजाकर समर्थन किया। तान्या चन्द्राकर ने सीबीआई जांच से पीएससी परीक्षा में हुई धांधलियों का पर्दाफाश होने की बात कही और योग्य प्रतिभागियों के चयन की संभावना जताई। खुशबू चौहान ने कहा कि इससे आने वाले एग्जाम में गड़बड़ियां करने से अधिकारियों में भय होगा और वे निष्पक्ष परीक्षाएं कर केवल योग्य प्रतियोगियों का ही चयन कर पाएंगे। दोनो प्रतिभागियों से श्री साय ने लाईब्रेरी में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी भी ली।