रायपुर। छत्तीसगढ़ में श्रमिक दिवस के साथ ही बोरे—बासी तिहार मनाया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के श्रमिकों के साथ काफी वक्त बिताया। साथ ही मुख्यमंत्री ने ई-रिक्शा अनुदान की राशि 50 हजार से बढ़ाकर 01 लाख रुपये किए जाने की घोषणा कर दी। उन्होंने बताया कि “श्रमेव जयते” ऐप में श्रमिक मोबाइल के माध्यम से आसानी से अपना पंजीयन कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 4 वर्षों में श्रमिकों के कल्याण के लिए 13 नई योजनाएं संचालित की गई हैं और योजना के अंतर्गत एक सौ 72 करोड़ रुपए से अधिक की राशि प्रदान की गई है। श्रमिकों के हितों एवं अधिकारो के संरक्षण के लिए हमेशा कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि श्रमिकों को सहायता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री श्रमिक सहायता केंद्र की शुरुआत की गई है। इस केंद्र के माध्यम से श्रमिकों की समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाएगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने हितग्राही बन कर श्रमिक सहायता केंद्र में कॉल किया और सहायता से संबंधित जानकारी ली। मैं मुख्यमंत्री हंव छत्तीसगढ़ के, बताव कार्ड कइसे बनिहि श्रमिक मन के।
एक और सवाल यह कि कार्ड बन गया तो क्या-क्या लाभ मिल जाएगा। बच्चों के लिए छात्रवृत्ति योजना, नोनी सशक्तिकरण योजना तथा श्रमिक सहायता योजना पर विस्तार से उत्तर दिया गया साथ ही विस्तार से कैसे आवेदन भरा जाएगा यह भी बताया गया।