किसान मन के ऋण माफी ले विपक्ष ल दिक्कत का हे?
सत्र के तीसर दिन बुधवार के सामान्य चर्चा म
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य विधानसभा म बजट सत्र के तीसर दिन बुधवार के सामान्य चर्चा म मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ह सबो विधायक मन ल धन्यवाद ज्ञापित करिन।
सीएम बघेल ह ए दउरान पाछू के भाजपा सरकार के कार्यसैली अउ मउजूदा बेरा म विपक्ष के तउर म कांग्रेस सरकार उपर उठाए गे सवाल ल लेके जमके निसाना साधिस।भाजपा उपर निसाना साधत हुए भूपेश बघेल ह कहिन, भाजपा सरकार ह मोबाइल बांटे बर 14 सौ करोड़ रुपिया बर्बाद कर दिस। तीन उद्योग मन ल स्टाम्प ड्युटी म करोड़ों के छूट दीस।
अब हमार सरकार ह जब किसान मन के ऋण माफ करत हे त विपक्ष ल दिक्कत का हे? किसान मन ह हमार सरकार बनाईस जे आज खुस हे। उहें भूपेश बघेल ह कहिन, किसान खुसहाल हो ही तभे प्रदेस खुशहाल हो ही। आज हमन 10 हजार करोड़ के ऋण माफ करे हन।
उमन कहिन, हमन कहेन, कृषि क्रॉप लोन हम माफ करबो। किसान ए बात ल समझ गे, विपक्ष ट्रेक्टर वाला मन के पाछू न पड़े रहय। धान बोनस बर विपक्ष कहत रहिस 2100 रुपिया समर्थन मूल्य अउ बोनस देबो, लेकिन नइ दिस। हमर ए पहिली राज्य हे जिहां 2500 रुपए समर्थन मूल्य म हमन धान लेवत हन। किसानो मन के जल कर घल हमन माफ कर देन।
गन्ना किसान, दलहन-तिलहन के किसान मन बर घलो बजट म प्रावधान दे गे हे। मूसली उगाय बर बजट म कोनो प्रावधान नइ रहिस हे,
उहें पाछू सरकार ह रतनजोत लगाए म करोड़ों रुपिया फूंकिन…डीजल नइ अब खड़ी ले, डीजल मिलही बाड़ी ले। एमा सैंकड़ो करोड़ रुपिया बर्बाद कर दिन अउ 1 लीटर घलो डीजल बने हे त बतावव? उल्टा एला खा के लइका मन अलग बीमार हो गिन।
आज प्रदेस म मवेसी मन के स्थिति के चलते लोगन परेसान हे। कोनो एला दान नइ लेना चाहय, कोनो खरीदना नइ चाहय। ए गंभीर समस्या हे, जे मवेसी किसान मन के अर्थ बेवस्था के मजबूत आधार रहिस हे। वो आज उंखर कमजोरी बन गेहे।