CM विष्णुदेव साय: बिना अवकाश के समर्पित सेवा के प्रतीक
रायपुर, 27 जुलाई 2025। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने कार्यकाल के 592 दिन पूरे कर लिए हैं, जो वार्षिक गणना के अनुसार एक साल, सात महीने और पांच दिन का समय है। इस अवधि में उन्होंने जो सबसे उल्लेखनीय उदाहरण प्रस्तुत किया है, वह है उनकी निरंतर कार्यशीलता और जनसेवा के प्रति अटूट समर्पण। आश्चर्यजनक रूप से, इन 592 दिनों में मुख्यमंत्री साय ने एक भी दिन का अवकाश नहीं लिया। यह उनके कर्तव्यनिष्ठा, कर्मठता और छत्तीसगढ़ के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का जीवंत प्रमाण है।
13 दिसंबर, 2023 को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करने के बाद से विष्णुदेव साय ने न केवल अपने दायित्वों का निर्वहन किया, बल्कि प्रदेश की प्रगति के लिए दिन-रात एक कर दिया। इस अवधि में 85 रविवार हुए, जो सामान्यतः अवकाश के दिन माने जाते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री साय ने इन रविवारों को भी अपने या अपने परिवार के लिए आरक्षित नहीं किया। इसके बजाय, उन्होंने इन दिनों को भी जनता की सेवा और प्रदेश के विकास कार्यों में समर्पित किया। यह उनकी कार्यशैली का वह पहलू है, जो उन्हें एक सच्चे जनसेवक के रूप में स्थापित करता है।मुख्यमंत्री के रूप में विष्णुदेव साय का यह समर्पण छत्तीसगढ़ की जनता के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
उनके कार्यकाल में प्रदेश ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं, जिनमें बुनियादी ढांचे का विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों का सृजन शामिल हैं। उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ ने न केवल आर्थिक प्रगति की है, बल्कि सामाजिक समावेशन और सांस्कृतिक संरक्षण के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य किए हैं। यह सब तब संभव हुआ, जब मुख्यमंत्री ने अपने निजी समय को भी जनता की भलाई के लिए समर्पित कर दिया।विष्णुदेव साय की कार्यशैली की सबसे बड़ी खासियत उनकी सादगी और जनता के बीच उनकी सहज उपलब्धता है। चाहे वह ग्रामीण क्षेत्रों में दौरा हो, जनसभाओं में भाग लेना हो, या अधिकारियों के साथ देर रात तक बैठकों में शामिल होना हो, साय ने हर अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
उनके सहयोगी और प्रशासनिक अधिकारी बताते हैं कि मुख्यमंत्री का दिन सुबह जल्दी शुरू होता है और देर रात तक चलता है। इस दौरान वह न केवल सरकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हैं, बल्कि आम जनता की समस्याओं को सुनने और उनके समाधान के लिए त्वरित कदम उठाने में भी सक्रिय रहते हैं। छत्तीसगढ़ जैसे विविधतापूर्ण राज्य में, जहां आदिवासी समुदायों की बड़ी आबादी निवास करती है, मुख्यमंत्री साय ने विशेष रूप से इन समुदायों के उत्थान के लिए कई कदम उठाए हैं। उनके नेतृत्व में आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसके अलावा, उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ विकास को भी प्राथमिकता दी है, जो उनके दीर्घकालिक दृष्टिकोण को दर्शाता है।
यह उल्लेखनीय है कि एक मुख्यमंत्री के रूप में विष्णुदेव साय को अवकाश लेने का पूर्ण अधिकार है, लेकिन उन्होंने इसे अपने कर्तव्यों के आड़े नहीं आने दिया। उनकी यह कार्यशैली न केवल उनके सहकर्मियों और अधिकारियों के लिए प्रेरणादायी है, बल्कि युवा पीढ़ी के लिए भी एक आदर्श प्रस्तुत करती है। उनके इस समर्पण ने न केवल छत्तीसगढ़ की जनता का विश्वास जीता है, बल्कि पूरे देश में उनकी प्रशंसा हो रही है।