Patan: नवरात्र म दूर-दूर ले मां महामाया के दर्शन करे बर आवत हे श्रद्धालु मन, हर मनोकामना होवत हे पूरा
जय जोहार…. पाटन (Patan) विकासखंड के खारुन नदी किनारे ग्राम तरीघाट म मां महामाया मंदिर भक्त मन के आस्था के प्रमुख केन्द्र हे।
नवरात्र म इहां माता के दर्शन करे बर दूर-दूर ले श्रद्धालु मन ह आवत हे। ए मंदिर म त्रिमूर्ति महामाया, महालक्ष्मी अऊ महासरस्वती तीनो एक स्थान म विराजमान हे।
ए मंदिर के निर्माण करीब 4 हजार साल पुर्व कल्चुरी वंश के राजा मन के तरफ ले कराय गे रिहिन।
मंदिर ल बनात समय चुना, गुड़ अऊ काला पत्थर के उपयोग करे गे रिहिन। मंदिर के गुंबद म नागदेवता बनाय गे हे, क्योंकि मूर्तिकार ल नागदेवता के दर्शन होय रिहिन।
आज घलो पुजारी अऊ ग्रामीण मन ल बीच-बीच म नागदेवता के दर्शन होवत हे।
नवरात्र के दुनो पर्व चैत्र नवरात्र अऊ कुवांर नवरात्र म भक्त मन के तरफ ले ज्योति कलश के स्थापना करे जावत हे।
(Patan) ग्रामीण मन ह बतावत हे कि माता ल सच्चा दिल ले पुकारे म माता अपन भक्त के हर मनोकामना ल पुरा करत हे।
धमतरी जिला के मढ़ेली गांव के रहवइया बद्री सेठ ल माता के आशीर्वाद ले कन्या के प्राप्ति होय रिहिन।
जेखर नाम महामाया रखे गिस। नागपुर ले माराठा वंशज के परिवार ह माता के दर्शन करे ल आवत हे।
ओखर अनुसार मां महामाया ओ मन ल सपना म दर्शन होइस। मंदिर परिसर के सामने सिंह ह विराजमान हे,
रात म ग्रामीण मन ह सिंह के आवाज ल सुने हे। मंदिर के पुजारी दीपक बन गोस्वामी बतावत हे कि माता के बड़ अकन चमत्कार ह सुने ल मिलत हे।
ग्रामीण मन ह जब घलो कोनो शुभ कार्य ल करत हे, त सबले पहिले अपन आराध्य मां महामाया के आशीर्वाद बर जरूर जावत हे,
(Patan) ताकि ओखर हर काम आसानी ले पुरा हो जाए। ओमा कोनो प्रकार ले विघ्न अऊ बाधा नई आए।
नवरात्र पर्व म मां महामाया के दर्शन करे बर श्रद्धालु मन ह आवत हे। इहां भक्त मन के तांता लग जात हे।