अब तीजन बाई दिखही बड़का परदा मा, उंखर जीवनी म बनत हे फिलिम
तीजन के बायोपिक म फिलिम बनही नवाजुद्दीन सिद्दीकी के पत्नी
रायपुर-नईदिल्ली. नवाजुद्दीन सिद्दीकी छत्तीसगढ़ के लोक गायिका तीजन बाई के बहुत बड़का प्रशंसक हवय. नवाज़ुद्दीन, तीजन बाई के गायिकी के दीवाना हे. नवाजुद्दीन सिद्दीकी के पत्नी आलिया सिद्दीकी उंखर जीवन म फिलिम बनाए बर जात हे.
नवाज ए बात ह ले के काफी उत्साहित हे के उंखर पत्नी आलिया सिद्दीकी अउ मंजू गढ़वाल वायएस एंटरटेनमेंट के बइनर तले मशहूर लोक गायिका तीजन बाई के जिनगी म एक फिल्म बनाइया हे. आलिया सिद्धिकी ले जब तीजन बाई के किरदार के निभाइया के बारे म पूछे गिस त उमन बोलिस, हम चाहत हन के रानी मुखर्जी, विद्या बालन या प्रियंका चोपड़ा म ले एक हो ही.
प्रेरणादायक रहे हे तीजनबाई के जीवन
तीजन बाई के बायोपिक के आइडिया अइसे बेरा म आघू आइस हे, जब उमन कतको अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मन ले नवाजा जा चुके हे. जेमा एक हे 2018 म उमन ल देय गे द फुकुओका प्राइज. ए फिलिम के मेकिंग म आलिया सिद्दीकी अउ मंजू गढ़वाल के मदद करइया नवाज़ुद्दीन कहिथे के, तीजन बाई अपन आप म एक किवदंती हे. मोला आलिया म पूरा यकीन हे के उमन ए फिलिम ल महज फिलिम फेस्टिवल बर नई, बल्कि आज के आम दर्शक मन ल धियान म रख के एला बेहद प्रासंगिकता के संग बनाही.
तीजन बाई ल लोक गायन के मशहूर कला पंडवानी म महारत हासिल हे. पंडवानी छत्तीसगढ़ी म सुने जवइया महाभारत ले जुड़े किस्सा मन ले संबंधित गायन विधा हे. तीजन बाई के इहीं कला ह आलिया सिद्दीकी ल बेहद प्रभावित करिस उमन ल लगिस के एक बायोपिक उंखर जिंदगी के संग न्याय कर पाही. एखर स्क्रिप्ट लिखे के जुम्मा घलो आलिया ह खुद ही उठाइस हे. आलिया चाहत हे के फिलिम के तमाम गाना एक अइसे कद्दावर शख़्स लिखय जेला कलम के जादूगर माने जाथे. आलिया के दिली ख़्वाहिश हे के गुलज़ार साहब तीजन बाई उपर बनत फ़िलिम के गाना लिख के उंखर ज़िंदगी ल अपन लिखे शब्द मन ले हमेशा बर अमर कर देवय.
तीजन बाई के जीवन म फिलिम बनाही नवाजुद्दीन के पत्नी आलिया
वायएस एंटरटेनमेंट के बइनर तले आलिया सिद्दीकी अउ मंजू गढ़वाल प्रोड्यूस करत हवय. मंजू गढ़वाल कहत हे- आज घलो उमन अपन जादुई अउ प्रभावशाली आवाज ले दुनिया भर के श्रोता मन ल मंत्रमुग्ध करत हवय. अउ अपन गायिकी ल आज के पीढ़ी तक पहुंचात हवय.
अइसे हे तीजन बाई के लाइफ स्टोरी
छत्तीसगढ़ के गनियारी गांव म 1956 म जनमे तीजन बाई के पिता के नाम चुनुक लाल पारधी अउ मां के नाम सुखवती रिहिस हे. छत्तीसगढ़ के अनुसूचित जाति पारधी समाज ले ताल्लुक रखइया तीजन बाई ल 1988 म पद्मश्री, 1995 म श्री संगीत कला अकादमी पुरस्कार, 2003 म डॉक्टरेट के डिग्री, 2003 म पद्म भूषण, 2016 म एमएस सुब्बालक्ष्मी शताब्दी पुरस्कार ले घलो सम्मानित करे जा चुके हे.
तीजन बाई के शादी 12 साल के बेहद नाज़ुक उम्र म कर देय गे रिहिस हे. उमन अपन पारधी समाज ले निष्कासित घलो कर देय गे रिहिस हे.उंखर कसूर बस इतना रिहिस हे के एक महिला हो के पंडवानी गायिकी के विधा म बेहद रुचि रखत हवय. ए तरह ले बचपन ले ही उंखर संघर्ष सुरू हो गे रिहिस हे. उमन एक झोपड़ी बना के रहत रहिन हे.
आलिया सिद्दीकी कहथे के, उमन कभु घलो गायिकी के दामन नई छोड़े हव. अउ इहीं गायिकी के चलत उंमन ल लोकप्रियता मिलिस. तीजन बाई के जिनगी के कई पहलू हे जेखर बारे म लिखे जा सकत हे, मोला शिद्दत ले लगिस के उंखर जिंनगी म एक फिलिम बनाए जाना चाही.