चार बेटी मन उठाइस बीड़ा, लावारिस लाश के क्रियाकरम करे बर , अस्थिकलश ल घलोक करही त्रिवेणी संगम म प्रवाहित
ये दुनिया म जेखर कोई नई रहाए ओला ईही चिंता रथे कि अंतिम समय म ओखर चोला माटी म मिलाय बर कोन आही , अईसे असहाय, अकेला मन जब ये दुनिया ले बिदा लेथे त उंखर मृत शरीर ल पुलिस लावारिस घोषित कर देथे तब कोनो संस्था या प्रशासन ह आघु आके जईसने तइसने ओखर क्रियाकरम करवा देथे , लेकिन अब अईसे नई होए।राजधानी के निम्मी चौबे अउ ओखर तीनों बहिनी मन मिलकर अईसन लावारिस लाश मन के अंतिम संस्कार कार्यक्रम करे के बीड़ा उठाए हे ।
ओमन उंखर अस्थि कलश ला महादेव घाट या त्रिवेणी संगम राजिम म प्रवाहित घलोक करवाही। निम्मी चौबे ह एक डॉक्टर हे एखर संगेसंग वो ह राज्य के पहली महिला कांट्रेक्टर घलोक हे ,जेखर प्रमाण पत्र ओला नगर निगम से मिले हावे।हमेशा से गरीब असहाय मन के बड़ अकन तरीका ले मदद करईया चौबे बहिनी मन अब बुनियाद बेटियां अनमोल फाउंडेशन नाम के संस्था चलावत हे।एमा एमन अब लावारिस लाश के क्रियाकरम करे के जिम्मेदारी घलोक ले हे। काबर की ये हक घर के बड़े बेटा के होथे, लेकिन जेन हा लावारिस घोषित होगे हे ओखर बेटा इही बेटी मन बनही।