प्लास्टिक के बोतल म शराब बेचे के तियारी म सरकार
एक्सपर्ट्स ह बताइस खतरनाक… ‘लोग मन के जान ल हो ही नुकसान’
रायपुर: छत्तीसगढ़ म शराबबंदी के वादा के संग सत्ता म आए कांग्रेस अब नवां आबकारी नीति लागू करे बर जात हे. ए नीति के तहत विभाग के खर्च मन ल बचा ए बर कतको तरह के नवां फइसला लिए जा सकत हे. ए फइसला म मुख्य रूप ले प्लास्टिक के बोतल मन शराब बेचे के तियारी चलत हवय. एखर बर ड्राफ्ट घलो तियार कर ले गे हे , जेला जल्द ही मंजूरी मिल सकत हे,.
कांच के उत्पादन म कमी होए अउ ट्रांसपोर्टिंग के दरमियान होवइया नुकसान ल लेके ही आबकारी विभाग ह ए तरह के तियारी करे हे. ए विषय ल लेके जय जोहार ह विशेषज्ञ ले बात करिस, ए दउरान उमन ह सरकार के ए फइसला म घोर आपत्ति जताए हे. पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी के साइंटिस्ट के कहिना हे के, ‘प्लास्टिक के बोतल मन म शराब के सप्लाई करना लोगन मन के जान के संग सीधा खिलवाड़ होह ही.’
कांग्रेस ने चलाया था अभियान
छत्तीसगढ़ म हाल ही म सत्ता म आए कांग्रेस ह चुनाव ले पहिली शराबबंदी ल ले के बड़ा अभियान चलाय रहिस हे. अउ अपन जन घोषणा पत्र म शराबबंदी के एलान ल लेके ही कांग्रेस सत्ता म आए हे., लेकिन सत्ता के गद्दी म बइठे के बाद सरकार आबकारी नीति 2018 -19 म बदलाव करे बर जात हे.
प्लास्टिक के बोतल म शराब बेचे के तियारी म सरकार
एक्सपर्ट्स ह बताइस खतरनाक… ‘लोग मन के जान ल हो ही नुकसान’
रायपुर: छत्तीसगढ़ म शराबबंदी के वादा के संग सत्ता म आए कांग्रेस अब नवां आबकारी नीति लागू करे बर जात हे. ए नीति के तहत विभाग के खर्च मन ल बचा ए बर कतको तरह के नवां फइसला लिए जा सकत हे. ए फइसला म मुख्य रूप ले प्लास्टिक के बोतल मन शराब बेचे के तियारी चलत हवय. एखर बर ड्राफ्ट घलो तियार कर ले गे हे , जेला जल्द ही मंजूरी मिल सकत हे,.
कांच के उत्पादन म कमी होए अउ ट्रांसपोर्टिंग के दरमियान होवइया नुकसान ल लेके ही आबकारी विभाग ह ए तरह के तियारी करे हे. ए विषय ल लेके जय जोहार ह विशेषज्ञ ले बात करिस, ए दउरान उमन ह सरकार के ए फइसला म घोर आपत्ति जताए हे. पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी के साइंटिस्ट के कहिना हे के, ‘प्लास्टिक के बोतल मन म शराब के सप्लाई करना लोगन मन के जान के संग सीधा खिलवाड़ होह ही.’
कांग्रेस ने चलाया था अभियान
छत्तीसगढ़ म हाल ही म सत्ता म आए कांग्रेस ह चुनाव ले पहिली शराबबंदी ल ले के बड़ा अभियान चलाय रहिस हे. अउ अपन जन घोषणा पत्र म शराबबंदी के एलान ल लेके ही कांग्रेस सत्ता म आए हे., लेकिन सत्ता के गद्दी म बइठे के बाद सरकार आबकारी नीति 2018 -19 म बदलाव करे बर जात हे.
आघू हफ्ता मिल सकत हे मंजूरी
आघू हफ्ता आबकारी नीति 2019- 20ल राज्य सरकार मंजूरी दे सकत हे. . लेकिन ए नवा आबकारी नीति म कई तरह के निरनय पूरा तरह ले बदल जाही. ए नवा आबकारी नीति म मंजूरी के संग ही प्रदेस म प्लास्टिक के बोतल मन म शराब बिकना सुरू हो जाही. बताय जात हे के , आबकारी नीति म बदलाव ले संबंधित कागजात आबकारी विभाग ह राज्य सरकार ल भेज देय हे. नवां नीति लागू होए के बाद देसी शराब के पैकिंग घलो कांच के बोतल मन के जगा प्लास्टिक के बोतल मन म होही.
बोतल म हो ही अतना शराब
नई नीति आए के बाद शराब के बोतल 750 एमएल, 375 एमएल अउ 180 एमएल के होही. आबकारी विभाग ह तर्क दिस के, कांच के उत्पादन म कमी अउ कांच के बोतल मन के टूटे ले काफी ज्यादा नुकसान होथे. अउ प्लास्टिक के बोतल के उपयोग बर फायदेमंद हो ही.
का कहत हे एक्सपर्ट
दूसर ओर एला ले के विषय विशेषज्ञ मन ले जय जोहार ह बात करिन, त उमन कतको चउकाए वाले तथ्य म सामने रखिन. एक्सपर्ट्स के कहिना हे के, ‘पहिली ले ही स्वास्थ्य बर हानिकारक माने जावइया शराब प्लास्टिक के बोतल म पैकिंग हो ए ले अउ जियादा कई गुना हानिकारक हो जाही’.
प्लास्टिक ले हो सकत हे कैंसर
रविशंकर यूनिवर्सिटी केमिस्ट्री विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर शम्स परवेज ह बताइस के , ‘प्लास्टिक 35 प्रकार के कंपाउंड ल मिला के बनाए जाथे. रोशनी या गर्मी के स्थिति म कैंसर ल पइदा करइया कतको किस्म के योगिक प्लास्टिक ह छोड़थे’.
रहिन.
आघू हफ्ता आबकारी नीति 2019- 20ल राज्य सरकार मंजूरी दे सकत हे. . लेकिन ए नवा आबकारी नीति म कई तरह के निरनय पूरा तरह ले बदल जाही. ए नवा आबकारी नीति म मंजूरी के संग ही प्रदेस म प्लास्टिक के बोतल मन म शराब बिकना सुरू हो जाही. बताय जात हे के , आबकारी नीति म बदलाव ले संबंधित कागजात आबकारी विभाग ह राज्य सरकार ल भेज देय हे. नवां नीति लागू होए के बाद देसी शराब के पैकिंग घलो कांच के बोतल मन के जगा प्लास्टिक के बोतल मन म होही.
बोतल म हो ही अतना शराब
नई नीति आए के बाद शराब के बोतल 750 एमएल, 375 एमएल अउ 180 एमएल के होही. आबकारी विभाग ह तर्क दिस के, कांच के उत्पादन म कमी अउ कांच के बोतल मन के टूटे ले काफी ज्यादा नुकसान होथे. अउ प्लास्टिक के बोतल के उपयोग बर फायदेमंद हो ही.
का कहत हे एक्सपर्ट
दूसर ओर एला ले के विषय विशेषज्ञ मन ले जय जोहार ह बात करिन, त उमन कतको चउकाए वाले तथ्य म सामने रखिन. एक्सपर्ट्स के कहिना हे के, ‘पहिली ले ही स्वास्थ्य बर हानिकारक माने जावइया शराब प्लास्टिक के बोतल म पैकिंग हो ए ले अउ जियादा कई गुना हानिकारक हो जाही’.
प्लास्टिक ले हो सकत हे कैंसर
रविशंकर यूनिवर्सिटी केमिस्ट्री विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर शम्स परवेज ह बताइस के , ‘प्लास्टिक 35 प्रकार के कंपाउंड ल मिला के बनाए जाथे. रोशनी या गर्मी के स्थिति म कैंसर ल पइदा करइया कतको किस्म के योगिक प्लास्टिक ह छोड़थे’.
रहिन.