ग्लैंडर्स वायरस के खतरा, दू घोड़ा ला मारे गिस, छत्तीसगढ़ के कोन-कोन शहर म घोड़ा, गधा अउ खच्चर म लगिस बैन, पढ़व ये खबर…
Horses, asses and mule bans in Durg and Nandgaon
रायपुर | पशुपालन विभाग हा ग्लैंडर्स नाम के बीमारी के कारण राजधानी ले लगे दुर्ग अउ राजनांदगांव नगर निगम क्षेत्र म घोड़ा, गधा अउ खच्चर ला बैन कर दे हे। दुर्ग अउ राजनांदगांव के एक-एक घोड़ा म ग्लैंडर्स वायरस के पुष्टि होए के बाद दूनों घोड़ा मन ला मार दिए गे हे। जबकि एक ठन अउ घोड़ा के मौत इलाज के दौरान हो गे।
विभाग हा फील्ड के ज्म्मो अधिकारी मन ला अलर्ट रेहे के निर्देश दे हे, जेकर ले संक्रमण मत बाढ़े। जानकारी मिले हे कि दुर्ग के दू अउ राजनांदगांव के एक बीमार घोड़ा के ब्लड सैंपल जांच बर हिसार भेजे गे रिहिस हे।
बीते महीना जांच रिपोर्ट आईस, जेमा तीनों घोड़ा म ग्लैंडर्स नामक वायरस के पुष्टि होईस। केंद्र सरकार के वर्ल्ड आर्गनाइजेशन ऑफ एनीमल हेल्थ के गाइडलाइन के मुताबिक तीनों घोड़ा मन ला मारे के अनुमति मांगे गिस।
ये वायरस हा दूसर जानवर या उंकर ले जुड़े लोगन म मत फैलय, एकर सेती विभाग हा दुर्ग अउ राजनांदगांव म घोड़ा के संगे-संग गधा अउ खच्चर ला घलो प्रतिबंधित कर दे हे।
जेन तीन ठन घोड़ा मन म ग्लैंडर्स के वायरस मिले हे, उंकर ले जुड़े लोगन मन के घलो जांच कराए जावत हे, ताकि कहूं ओमन भी संक्रमण के चपेट म आए होहीं त एकर पता चल सकय।
पशुपालन विभाग के सर्जन डॉ. अमित जैन हा बताईन कि ग्लैंडर्स वायरस जानवर मन ले मनुष्य मन म फैलथे। हालांकि ये वायरस हा बर्ड फ्लू या निपाह वायरस जतका खतरनाक नई होवय।
वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन ऑफ एनीमल हेल्थ के गाइडलाइन के मुताबिक घोड़ा मन ला मार के वैज्ञानिक तरीका ले दफना दिए गे हे। साथ ही, दुर्ग अउ राजनांदगांव ला नियंत्रित क्षेत्र घोषित करे गे हे।