मैं सांसद मोहन मंडावी जी को रामायणी सांसद कहूँगा, वे हीरो हैं – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
रायपुर। अयोध्या धाम में श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी है यहां भगवान के ननिहाल छत्तीसगढ़ में भी इसके लिए उत्सव सा माहौल है। आज बालोद जिले के गुंडरदेही में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने भी हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री तथा विधानसभा अध्यक्ष ने इस अवसर पर श्रद्धालुओं को रामचरितमानस का वितरण भी किया। आज यहां तुलसी मानस प्रतिष्ठान द्वारा 3000 मानस ग्रंथों का वितरण किया। इसके पूर्व 48 हजार ग्रंथों का वितरण हो चुका है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कांकेर सांसद मोहन मंडावी ने इस संबंध में निश्चय किया था कि 51 हजार मानस प्रति बांटकर लोगों के समक्ष श्रीराम का आदर्श अधिकाधिक संख्या में प्रसारित करेंगे। आज गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स की टीम ने वितरण के पश्चात इसे गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया। गुंडरदेही में रामचरितमानस को पूरी प्रतिष्ठा के साथ लाल कपड़े में बांधकर श्रद्धालुओं को सौंपा गया। श्रद्धालुओं ने इसे सिर माथे लिया। लगभग 3000 लोगों ने मानस को सिर माथे रखकर श्रीराम के जयजयकार के नारे लगाये और पूरा माहौल राममय हो गया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने श्रीराम की जयकार के साथ अपने संबोधन की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि मैं कांकेर सांसद मोहन मंडावी को रामायणी सांसद कहूँगा। उन्हें हीरो कहूँगा, उन्होंने मानस वितरण को लेकर बहुत अच्छा काम किया है। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार बालोद आया, आपकी आत्मीयता के लिए आपका स्वागत करता हूँ। आज यहां 173 करोड़ रुपए से अधिक राशि का लोकार्पण भूमिपूजन किया। मंडावी 2002 से मानस वितरण का कार्य कर रहे हैं। आज उन्होंने 3000 प्रतियां वितरित कर 51 हजार मानस वितरित करने का का पूरा कर लिया है। इससे पहले वे 48 हजार मानस वितरित कर चुके हैं। इसे गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया है।