छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र: ए सवाल म विपक्ष ह सत्तापक्ष ल घेरिस
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के छठवां दिन घलो सदन के कार्यवाही काफी हंगामेदार रहिस। जांजगीर-चांपा म लीलागर व्यपवर्तन योजना के मामला सदन म खूब गूंजिस, उहें मेकाहारा अउ डीकेएस अस्पताल के मुद्दा ल लेके घलो सदन म गहमागहमी रहिस।
दूनों मामला के सवाल मन म सत्तापक्ष अउ विपक्ष दूनों के ही विधायक मन ह सदन म सरकार ल घेरिन। एखर अलावा दूसर मामला के सवाल मन म घलो विपक्ष ह सत्तापक्ष ल घेरे के कोशिश करिस।
छत्तीसगढ़ विधानसभा म बीजेपी विधायक सौरभ सिंह ह सदन म ध्यानाकर्षन के माध्यम ले जांजगीर चांपा म लीलागर व्यपवर्तन योजना अंतर्गत नहर निरमाम बर अधिग्रहन करे हे कृषक मन के जमीन के भुगतान नइ करे जाए के मामला सदन म जमके उठाइन।
सरकार ले पूछिन के अभु तक 86 किसान मन के अधिगृहन करे जमीन मन के मुआवजा तक नइ देय गे हे।
ए सवाल के जवाब म जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ह सदन म कहिन, ए योजना के विस्तार अउ कोनो प्रकार के गड़बड़ी होइस तो उंखर जांच घलो कराए जाही। एखर अलावा डीकेएस अस्पताल के मामला घलो सदन म जमके गूंजिस। सत्ताधारी दल के ही ध्यानाकर्षन के जरिए डॉ. विनय जायसवाल ह मामला उठात हुए कहिन, बड़का राशि खरच कर अस्पताल बनाय गे हे। लेकिन मरीज मन ल एखर वास्तविक सुविधा नइ मिलत हवय। तो मंत्री टीएस सिंहदेव ह कहिन, बड़का राशि खरच कर अस्पताल ल सुरू क रे गेहे। ए सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल म कई गंभीर बीमारी मन के इलाज करे जाथे।
अम्बेडकर अस्पताल म 700 बेड सेंक्शन हे, लेकिन 1300 ले जादा मरीज हवय। रहे बात कोनो प्रकार के अनियमितता के तो जिहां भी कमी पाए जाही तो जांच करे जाही। बता दन विधानसभा के बजट सत्र म सत्तापक्ष अउ विपक्ष के विधायक मन के सवाल मन ले सूबा के कांग्रेस सरकार सदन म घिरत नजर आवत रहिस हे। अउ विधायक अपन क्षेत्र के समस्या ल लेके सदन म हमलावर दिखाई देवत हे।