रायपुर। राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतर्राष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता दिवस 3 मई के अवसर पर मीडिया संस्थानों, प्रतिनिधियों और पत्रकारों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना गया है। इसी स्तंभ की मजबूती, पत्रकारिता के सम्मान, स्वतंत्रता और सुरक्षा की सुनिश्चितता के लिए पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। भारतीय संविधान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के रूप में प्रेस की स्वतंत्रता को मौलिक अधिकारों में शामिल किया गया है।
सीएम डॉ. बघेल ने कहा कि आज के ग्लोबल दौर में मीडिया संस्थानों का महत्व अधिक होने के साथ ही उनके लिए चुनौतियां भी बढ़ गई है। छत्तीसगढ़ सरकार पत्रकारों की सुरक्षा और स्वतंत्रता के लिए संकल्पित है। प्रदेश में मीडिया प्रतिनिधियों की सहायता के लिए कई कदम उठाए गए हैं। छत्तीसगढ़ पहला ऐसा राज्य है जहां पत्रकारों को सुरक्षा देने के लिए कानून बनाने की पहल की गई है।
वहीं राज्यपाल हरिचंदन ने कहा कि कलम की ही ताकत थी, जो गुलामी के दिनों में जोश और हौसले को बढ़ाती रही, जिसकी वजह से भारत आजादी के मुकाम को हासिल कर पाया। आज भी पत्रकारिता को उसी ताकत और सम्मान की नजर से देखा जाता है। इस सम्मान को निरंतर बनाए रखने के लिए पत्रकारों और मीडिया संस्थानों को हमेशा चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, इस सत्य को नकारा नहीं जा सकता।