पत्रकारिता उद्योग बन गेहे से जेखर सेती विश्वसनीयता प्रभावित होवत हे
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता अउ जनसंचार विश्वविद्यालय के तीसर दीक्षांत समारोह
रायपुर। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ह कहिन के पत्रकारिता एक मिशन हे, कमीशन नइए। उमन कहिन – पहिली पत्रकारिता एक मिशन रहिस, आज ये उद्योग के स्वरूप लेवत हे। एखर से पत्रकारिता के विश्वसनीयता प्रभावित होवत हे। श्री नायडु आज इहां शासकीय विज्ञान महाविद्यालय परिसर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम म कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता अउ जनसंचार विश्वविद्यालय के तीसर दीक्षांत समारोह ल मुख्य आतिथि के आसंदी ले संबोधित करत रहिन। कार्यक्रम के अध्यक्षता मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ह करिन। डॉ. सिंह ह कहिन – समाचार मन के विश्वसनीयता ही पत्रकारिता के पहिचान होथे।
उपराष्ट्रपति नायडु ह समारोह म आगू कहिन – पत्रकारिता आज उद्योग के स्वरूप लेवत हे। पाछू 25 बठर के समय टी.व्ही. चैनल मन ह अपन सशक्त उपस्थिति दर्ज कराये हें, प्रौद्योगिकी के विकास के संग स्मार्ट फोन के मदद ले डिजिटल मीडिया हम सबके हाथ म पहुंच चुके हे। हम सबो सूचना गढ़े, प्रेषित करे अऊ प्राप्त करे के क्षमता रखथन, अइसन दौर म हमर जिम्मेदारी अऊ जादा बाढ़ जाथे। उचित अऊ अनुचित म भेद करे के दायित्व हम सबो के हे। ए दौर म पत्रकारिता के पढ़ईया लईका मन ल विवेकशील बनना होही। श्री नायडु ह कहिन कि पत्रकारिता के विद्यार्थी एक आदर्श पत्रकार के रूप म देश अऊ समाज हित म काम करव अऊ एक सशक्त राष्ट्र के निर्माण म अपन योगदान दव। माता, मातृभूमि, मातृभाषा अऊ गुरूजन मन के सम्मान करना कभू झन भूलव। उमन कहिन कि आज आई.टी. के युग हे फेर इंटरनेट के गूगल जइसे सर्च इंजन कभू कोनो गुरू के स्थान नइ ले सकय।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन ह अध्यक्षीय आसंदी ले दीक्षांत समारोह ल संबोधित करते कहिन के छत्तीसगढ़ म पत्रकारिता के गौरवशाली इतिहास रहे हे। समाचार मन के विश्वसनीयता ही ह पत्रकारिता अऊ पत्रकार मन के पहचान बनाथे। लोकतंत्र म पत्रकारिता सिरिफ समाचार देहे के माध्यम भर नइ हे भलुक देश अऊ समाज ल सही दिशा देना घलोक एकर महत्वपूर्ण उद्देश्य हे। ये बेरा म छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, उच्च शिक्षा अउ तकनीकी शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, पंचायत अउ ग्रामीण विकास मंत्री अजय चंद्राकर, कृषि अउ जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, रायपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद रमेश बैस विशिष्ट अतिथि के रूप म उपस्थित रहिन।