सालेय सिक्छाकरमी संघ कल खोलही अपन पत्ता…..
रायपुर। सिक्छाकरमी के संविलियन के घोसना के बाद ये माने जात रहिस हे के सरकार के एक बड़ परेसानी दूर हो जाही, लेकिन वरग 3 अउ 8 बछर ले कम वाले सिक्छाकरमी मन के असंतोष ल देखत हुए अब अइसे नइ माने जात हे। अइसे म सिक्छाकरमी मोरचा के अहम घटक सालेय सिक्छाकरमी संघ 19 अगस्त के अपन प्रांतीय बइठक म ये मसला म चरचा कर ही। माने त ये जात हे के संघ इहीं दिन अपन पत्ता घलोक खोलही।
सिक्छाकरमी संगठन मन ले जुड़े सूत्र मन के मुताबिक वरग 3 अउ 8 बछर ले कम वाले सिक्छाकरमी के असंतोस ल देखत हुए अइसे घलोक संगठन जे मन संविलियन आंदोलन ले दूरी बनाके चलत रहीन हे, असंतोस ले भरे सिक्छाकरमी के मुद्दा ल भुनाय बर उठ खड़े होइन। उमन ह अइसे असंतुस्ट धड़ा ल फेडरेसन के नाम ले एकत्र करत हे अउ फेर ले आंदोलन के ताल ठोंक दीस।
बताय जात हे के संविलियन आंदोलन के सूत्रधार मोरचा सासन ले मिले संविलयन/ सासकीयकरन ल पूरा करे बर अपन प्राथमिकता दिखत हे। मोरचा ह वेतन विसंगति, क्रमोन्नति / समयमान वेतन, अनुकम्पा जइसे मुद्दा मन ल सकारात्मक तरीके ले समाधान के बात करिस हे। लेकिन मोरचा घलो ये मुद्दा म बिखरत नजर आवत हे। येकर 2 प्रांताध्यक्छ सासन के विरोध करत दिखत, त पुराना संगठन ह पूरी तरह ले चुप्पी ओढ़ रखे हे। उहें एक संगठन एकजुटता के बात कहत एकता बर प्रयास करत नजर आत हे।
ये घटनाक्रम के बीच मोरचा के अहम घटक सालेय सिक्छाकरमी संघ ह रविवार 19 अगस्त के अपन प्रांतीय बइठक राजधानी रायपुर के आशीरवाद भवन म रखे हे। ये बइठक म पूरा प्रदेस के सिक्छाकरमी मन के नजर बने हुए हे कि वो ह कल अपना कउन सा पत्ता खोलही। वइसे येकर मुखिया वीरेन्द्र दुबे कई बार एकजुटता के बात कह चुके हे। सबो मुद्दा म संगठन के क्या रुख होही ये तो कल ही पता चलही।