काबर चप्पल उंखर बर अतका बेसकीमती हे कि चोरी के डर म वो ह ओखर बराबर नजरदारी करथे
बीजापुर। संपत्ति के नाम म रतनी बाई के पास उंखर कुटिया अउ भरा-पूरा परिवार ल छोड़के अब तक कोनो दूसर कीमती चीज नइए। लेकिन अब रतनी बाई के बेसकीमती संपत्ति म सुमार होगे हे ये चप्पल। रतनी बाई ह बताथे कि चप्पल उंखर बर अतका बेसकीमती हे कि चोरी के डर म वो ह ओखर बराबर नजरदारी करथे । मिट्टी के मकान के एक कुरिया म वो ह अनाज के कोनो बोरा म ओला छिपा कर रखत हे, अतका ही नइ कुरिया म कोनो बगर उंखर इजाजत के प्रवेस नइ करय, येखर सेती दरवाजा म ताला घलो लगाथे, जेखर चाबी चौबिस घंटा उंखर गला म एक सूत ले बंधे होथे। अब तो अपन समझ गेव कि रतनी बाई वही उम्रदराज महिला है, जेला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ह आमसभा के दउरान अपन हाथ ले चप्पल पहिनाइस हे।
भैरमगढ़ ब्लाक मुख्यालय ले थोड़कर दूरी म बण्डपाल गांव के रहइया रतनी बाई बर यकीनन वो क्षण अविस्मरणीय हे, जे बखत देश के मुखिया ह ओला चप्पल पहनाइस हे। एखर सेती पीएम के भेंट दे चप्पल के जतन म रतनी बाई घलो कोनो कसर बाकी नइ रखय। रतनी बाई के चप्पल मोह के अंदाज इही बात ले लगा सकत हे कि खास मउवका म ही पीएम के भेंट दे चप्पल ल व्यवहार म लाथे अउ तो अउ कोनो चुरा ना लेव, ये डर म बराबर पहरेदारी करत हे।
रतनीबाई ले मिले बर संवाददाता जब उंखर गांव बण्डपाल पहुंचिस, तब वो ह अपन घर के आंगन म महुआ सुखावत मिलीस। ये बखत वो ह नंगा पाव रहिन हे। पूछेन कि पीएम के भेंट दे वो चप्पल कहां गे , तो रतनी बाई के जबाव रहिस कि प्रधानमंत्री ह उमन ल वो चप्पल पहनाइस हे , एखर सेती वो ह मोर बर अनमोल हे । चप्पल ल खास मउवका म ही पहिनथव । घर के कामकाज हो या जंगल म तेंदूपत्ता तोड़के बर जाए के तो वो ह नंगा पांव जात हे।
पीएम के भेंट के चप्पल के अइसे तिमारदारी देखके रतनीबाई के संतान घलो हैरान हे। ज्येष्ठ पुत्र बारीचंद समरथ के कहिना हे कि मां दिनभर के कामकाज नंगा पाव निपटाथे, लेकिन हाट-बाजार या गांव के कोनो अनुष्ठान म जाना होय, उही बखत वोह चप्पल ल पहिनथे।