छत्तीसगढ़ी परिवेश के जम्मो रंग, कवि मीर अली “मीर” के संग.. ए दरी “जोहार पहुना” म हमर पहुना हे ठेठ छत्तीसगढ़िया
जय जोहार. गांव के नंदावत अऊ छत्तीसगढ़िया पन के झलक दिखावत हमर आज के बिसेस गोठ-बात.. नीचे बिडियो ल देखहु जरूर काबर कि दावा हे बिसरे याद ह हो जाही ताजा…. https://www.youtube.com/watch?v=SQIIvRjxn_o&t=130s
जय जोहार. गांव के नंदावत अऊ छत्तीसगढ़िया पन के झलक दिखावत हमर आज के बिसेस गोठ-बात.. नीचे बिडियो ल देखहु जरूर काबर कि दावा हे बिसरे याद ह हो जाही ताजा….
https://www.youtube.com/watch?v=SQIIvRjxn_o&t=130s