अइसे म कइसे उगही पउधा मन जेमा माटी कम गिट्टी- मुरम हे जादा
नवनीत शुक्ला मुंगेली। प्रदेश सरकार के पउधारोपन अभियान के तहत चारों कोति म पेड़ लगाय के अभियान चलत हे । जेमा जिला सहित नगर ल घलो हरियर करे के प्रयास करे जात हे। जेन हिसाब म नगर ल हरियर करे जात हे तेन प्रस्नवाचक चिन्हा लगत हे ? एखर पहिली घलोक लाखों रुपिया के पउधा लगाय गे रहिस । वो सब पउधा कहां गिस तेखर कोनो पता नइए । हर बछर बंदरबाट के खेल हेवत हे। सबले पहिलि बात ये के पीछू बछर केति पौधा लगाय गिस ये आज तक समझ नइ आइस हे। अइसे लगथे के ये पउधा मन कागज म लगायय गे रहिस हो । अब का फेर येही हाल होही ? ये बछर म जेन जगा पउधा लगाय जात हे ओमा माटी के जगा बजरी, मुरुम अउ गिट्टी जादा डले गेहे। अइसन जमीन म का जिला बर नवा किस्म के पउधा विकसित करे गेहे । जे ह मुरुम अउ गिट्टी म लगही।ये त पीडब्लूडी बेभाग के मेहरबानी हे। सड़क मन म डिवाइडर बनाइस त उहूं आधा अधूरा। उपर ले माटी डलिस उहूं माटी कम गिट्टी, मुरुम ज्यादा, ओमा पउधा कइसे लगही ये देखे के बात हे । कुछु स्वयंसेवी संस्था मन ह हरियर मुंगेली के तहत पउधा लगावत हे, जे ह एक समझदारी भरे कदम हे। ये बछर म पाछू बछर म लगाय गे पउधा के जन्मदिन तक मनाय गिस। पाछू बछर म संस्था ह लगभग 300 ले जादा पउधा लगाय रहिस हे। येती सरकारी बेभाग के काम ह टारे टाइप के होगे हे। इमन के ह सड़क के डिवाइडर म पउधारोपन करे हे देखना हे के एक बछर बाद पउधा रहही के नइ ।जिला के मुखिया नगर अउ जिला ल सुग्घर बनाय बर हर तरह के फारमूला अपनावत हे । पर ये फरमूला तभे सफल होही जब अधिनस्थ बेभाग ह संग दीही।