
अभिनेता करण खान ह पोस्टर के अनावरन म नइ रोक पाइस अपन आंसू
खुशबू सोनी@जय जोहार. छत्तीसगढ़ी नाचा पार्टी के जनक दुलार सिंह के जीवनी म बने परदेस के पहिली बायोपिक फिलिम “मंदराजी” वन्स अपॉन ए टाइम इन छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव म पोस्टर लांच करे गिस. राजनांदगाँव जिला के ग्राम रवेली ले ही दाउ दुलार सिंह मंदराजी ह अपन सफर के सुरुआत करत छत्तीसगढ़ नाचा ला देस अउ दुनिया म ख्याति देवाइस.
पोस्टर लॉन्चिंग म फिलिम निर्मान ले जुड़े मनथे मन के संगे संग बड़े संखिया म गनमान्य लोगन उपस्थित रहिन.विवेक सारवा डहार ले निर्देसित फिलिम “मंदराजी” दुलार सिंह के संघर्स अउ छत्तीसगढ़ी नाचा ला देस अउ बिदेस म परसिद्ध करे के कहिनी हरय. सारवा प्रोडक्सन के बैनर तले अउ मां नर्मदा फिलिम के एसोसिएसन म बने ये फिलिम के निर्मान किशोर सारवा अउ नंदकिशोर साहू ह करे हे. फिलिम म छालीवुड के सुपरस्टार करण खान दाऊ दुलार सिंह के अभिनय करत हे.
संगे संग दुसर परमुख कलाकार मन ज्योति पटेल, भैय्यालाल हेड़ाऊ, हेमलाल कौशल, नरेश यादव, उर्वशी साहू, लता ऋषि चंद्राकार, अमर सिंह लहरे, राजू शर्मा चंदैनी गोंदा के कलाकार सामिल हवंय“मंदराजी” फिलिम ह 28 जून 2019 के रिलिज होही..फिलिम के स्टोरी – खूमानलाल साव, संवाद-नवीन देशमुख, संगीत – गोविंद साव, गीतकार – लक्ष्मण मस्तुरिया, आत्माराम कोसा, स्वर – कविता वासनिक, महादेव हिरवानी, प्रभु सिन्हा, कुलेश्वर ताम्रकार, मेकअप अउ कोरियोग्राफी – विलास राउत के हरय. दरसक मन “मंदराजी” फिलिम के माध्यम ले छत्तीसगढ़ी नाचा पार्टी के जनक दुलार सिंह के जीनगी अउ नाचा के क्षेत्र म करे गे उंकर अमूल्य योगदान ल देख पाहीं।
छत्तीसगढ़ के पहिली बायोपिक फिलिम
डायरेक्टर विवेक सारवा ह अपन फिलिम के बारा म बताइस के “मंदराजी” छत्तीसगढ़ के पहिली बायोपिक फिलिम हरय. दुलार सिंह ह अपन कला के माध्यम ले छत्तीसगढ़ी नाचा देस अउ दुनिया नवा पहिचान देय हवय . हमर परयास ये फिलिम के माध्यम ले दुलार सिंह के जिनगी के कुछू अनछुए पहलु ल दर्सक मन के बीच लाए के हरय . ये फिलिम म दर्सक मन ल दुलार सिंह कोती ले संघर्स के छत्तीसगढ़ी नाचा ल बिस्व पटल म लाए के संग ही परदेस के समृद्ध कला संस्कृति ल घलो जाने के मउका मिलही.
छत्तीसगढ़ी नाचा ल दाऊ दुलार सिंह ह देस म देवाइस बिसेस पहिचान
छत्तीसगढ़ी नाचा पार्टी के जनक दाऊ दुलार सिंह मंदराजी ह नाचा के माध्यम ले छत्तीसगढ़ के कला अउ संस्कृति ल देस अउ दुनिया म बिसेस पहिचान देवाय म भुमिका निभाए हे. दाऊ दुलार सिंह मंदराजी के जनम राजनांदगांव जिला के रवेली ग्राम के सम्पन्न जमीनदार परिवार म होए रहिस. बचपन ले ही दुलार सिंह ल गीत-नृत्य के परति खास लगाव रहिस.
दुलार सिंह ह नाचा ल विकरिति ले बचात हुए ओला आघु बढाए के बीड़ा उठा के रवेली गांव के मंचीय परदरसन ले कोसिस सुरु करिस…सक्षम कलाकार मन ले सुसज्जित उंकर टोली ह धीर-धीर लगाके लोकप्रिय बनत गिस…छत्तीसगढ़ी नाचा के लोकयात्रा रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, जगदलपुर, अंबिकापुर, रायगढ़ ले टाटानगर तक कई छोटे-बड़े जगह मन म अपन परचम फैलात गिस. रायपुर के रजबंधा मइदान म रवेली दल के नाचा प्रस्तुति ल आज घलो सुरता करे जाथे
नाचा के माध्यम ले छत्तीसगढ़ के लोक संस्कृति ल जीयाए बर अउ ओकर समुचित संरक्षन बर दाऊ दुलार सिंह मंदराजी अपन तन-मन-धन समर्पित कर दिस. जीनगी के आखिरी सफर म हर गुमनामी अउ गरीबी म बिताइस फेर ओहा ब्यक्तिगत लाभ अउ प्रसंसा के चाहत ल तीर म राख के खाली नाचा के समृद्धि ला ही जीनगी के सार्थकता मानिस.
प्रदर्शन करईया लोक बिधा-नाचा ला जीयाए अउ जन समस्या म ओकर पुनर्प्रतिष्ठा अउ लोक कलाकार मन ल प्रश्रय देवइया दुलार सिंह के ब्यतित्व नवा पीढ़ी बर प्रेरना दायक हे… छत्तीसगढ़ सासन ह उंकर स्मृति म लोक कला/सिल्प बर दाऊ मंदराजी सम्मान स्थापित करे हे.