हमर छत्तीसगढ़ म पहिली अईसे विश्वविद्यालय जिहां बिदेसी मन संग करही देसी मन रिसर्च
रायपुर (JayJohar). दावा हे कि जेखर दिल म छत्तीसगढ़ियापन हे ओ ह खबर ल सुनके हमर छत्तीसगढ़ के ए गौरव ले प्रफुल्तित होए बिना नई रही पाए। काबर कि पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ह अब देश के अईसे इकलौता विश्वविद्यालय बनईया हे जिहां बिदेसी विद्यार्थी मन के संग देसी विद्यार्थी मन ह कई विषय ल लेके रिसर्च करही। विश्वविद्यालय ल केंद्र सरकार ह अकादमिक अऊ अनुसंधान सहयोग संवर्धन योजना (स्पार्क) म शामिल करे हे। छत्तीसगढ़ म रविवि पहली विवि हे जेन ल ए अवसर मिले हे।
एखर तहत विवि के कुलपति ह ताइवान के विश्वविद्यालय के कुलपति मन ले भेंट करके लौटिन हे। विवि ल ताइवान के चार विश्वविद्यालय प्रतिनिधि मन ले अनुबंध कर रिसर्च करे के प्रस्ताव दे गे हे। एमा नेशनल चुंग यूनिवर्सिटी, टाईपाइन यूनिवर्सिटी, नेशनल सन येट यूनिवर्सिटी एवं अन्य यूनिवर्सिटीज शामिल हैं। विवि जल्दी ताइवान के विश्वविद्यालय मन ले अनुबंध (MOU) करे के तियारी करत हे। रविवि म फिजिकल एजुकेशन, रिन्युअल एनर्जी, फार्मेसी , फिजिक्स और केमेस्ट्री जईसन दूसर कॉमन विषय म तालमेल करे जाही।
एखर जरिया मानव संबंधी समस्या मन ल सुलझाए बर वैश्विक स्तर म शोध करे जाही। ए योजना ले दूसर देश मन के विश्वविद्यालय मन के बीच संयुक्त शोध प्रस्ताव दू साल बर दे जाही। उहां के अनुसंधान करईया मन इहां आही अऊ इहां के अनुसंधान करईया मन दूसरे देश म जाही। ऐखर जम्मो खर्चा सरकार ह उठाही। बताए जात हे कि ए योजना ले अवईया बेरा म 28 देश के साथ रविवि कोलाबरेशन करके रिसर्च कर सकही। ऐखर ले विवि के नाम विदेश तक पहुंचही।
अवईया बेरा म स्पार्क योजना ले रविवि के शोधार्थी 28 देश मन के साथ कोलाबरेशन कर सकही। ए देश मन म ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, ब्राजील, कनाडा, चीन, डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, हांगकांग, इजरायल, इटली, जापान, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, नार्वे, पुर्तगाल, रूस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, ताइवान, यूनाइटेड किंगडम (यूके) अऊ संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) शामिल हे।