प्रदेश म रूबेला-मीजल्स टीकाकरण अभियान चलाए के तइयारी
‘मीजल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान के संवेदीकरण’ बिसय म एक दिनी कारयसाला
रायपुर। स्वास्थ्य विभाग ह छत्तीसगढ़ म मीजल्स-रूबेला ल सत-प्रतिसत नियंत्रन करे बर पोलियो टीकाकरन अभियान के तरज म मीजल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान चलाय के तइयारी करत हे। ये संबंध म रविवार के राजधानी म ‘राज्य स्तरीय मीजल्स-रूबेला टीकाकरन अभियान के संवेदीकरण’ बिसय म आयोजित एक दिनी कारयसाला सम्पन्न होइस। पद्मश्री ले सम्मानित डॉ. अरूण दाबके अउ डॉ. पुखराज बाफना ह दीप जला के कारय साला के सुभारंभ करिन।
कारयसाला म राज्य नोडल अधिकारी टीकाकरन डॉ. अमर सिंह ठाकुर ह रूबेला-मीजल्स टीकाकरन के बारे म जानकारी दीन। उमन बताइन कि ये एक संक्रामक रोग हवय। एक संक्रमित मनखे के खांसे अउ छींके ले फइलथे। स्त्री ल गर्भावस्था के आरंभ म रूबेला के संक्रमण हो सकता हे, जेकर ले जन्मजात रूबेला सिंड्रोम विकसित हो सकत हे जे ह भू्रण अउ नवजात लइका बर गंभीर अउ घातक साबित घलो हो सकत हे, 9 माह ले 15 बछर तक के आयु के सबो बच्चा मन ल मीजल्स-रूबेला के टीकाकरन करे जाना जरुरी हे। अभियान म उन बच्च मन ल घलोक टीका लगाये जाही जेन मन पहिली ले खसरा-रूबेला के टीका लगवा चुके हे अथवा कभु उमन ल खसरा-रूबेला संक्रमन होय हो।
कारयसाला म बताइन कि प्रदेश के 85 लाख बच्चा ल मीजल्स-रूबेला टीकाकरन करे बर राज्य के स्कूल मन अउ आंगनबाड़ी केन्द्र मन म व्यापक कैपेंन चलाके टीकाकरन करे जाही। संगे- संग राज्य के एक झन घलो लइका मजील-रूबेला टीकाकरन ले नइ छूटे येकर बर सोशल मीडिया, फेसबुक, टिवट्र के जरिए प्रचार- प्रसार करे जाही।