एक सशक्त अऊ धारदार भूमिका के तलाश म संध्या
जय जोहार बर दीपक बावनकर….
छॉलीवुड म आधा दर्जन ले ज्यादा फिलिम म अपन खूबसूरती अऊ अभिनय के डंका बजा चुके संध्या मानिक ल एक सशक्त अऊ धारदार भूमिका के तलाश हे। छत्तीसगढी फिलिम जगत सहित भोजपुरी, हिंदी अऊ दूरदर्शन के सीरियल म अपन अदाकारी के लोहा मनवा चुके संध्या ह अपन काम ल लेके बेहद संजीदा है अऊ ओखर काम ल देखके ऐ बात ह सौ फीसदी सही घलो लागथे।
संध्या मानिक के नाम ऐ दिन म चर्चा के केन्द्र म हाबे काबर कि घरेलू हिंसा म आधारित ऐखर द्वारा अभिनित फिलिम “दुलारी” अवार्ड विनिंग फिलिम हे। ऐखर अलावा छत्तीसगढी फिलिम “प्रेम छत्तीसगढिया”, “लगन मोर सजन से”, हिंदी फिलिम “लव इज ब्लाइंड”, “बी.ए. फर्स्ट ईयर”, ‘,इंटरनेट मूवी “काबुली पठान “, भोजपुरी फिलिम “दिलवाला”, दूरदर्शन के नेशनल चेनल म प्रसारित सीरियल “अकेले नहीं हैं आप”, एक आईबीसी 24 म चैनल म प्रसारित “गुनाह” अऊ उडिया एल्बम म अभिनेत्री संध्या अपन अदा के जलवा बिखेर चुके हे।
संध्या के कई हिंदी अऊ छत्तीसगढी फिलिम आवत हे। कलात्मक प्रतिभा बर 23 जून 2018 म संध्या ल भारतीय मानिकपुरी पनिका समाज के नगर विकास समिति भाटापारा म आयोजित कबीर प्राकट्य समारोह म सम्मानित घलो करे रिहिन। संध्या के जन्म 23 मार्च 1989 म बेमेतरा के टांडिया परिवार म होए हे। हमर आज के उभरता सितारा संध्या ल जय जोहार टीम घलो उज्जवल भविष्य के कामना करथे। ऐमन ल अभिनय के अईसे उंचाई मिले अऊ सपना ल पंख मिले। शेक्सपियर की इही लाईन के साथ “जम्मो संसार एक रंगमंच हे, जम्मो मनखे परदा के पीछू ले आके अपन-अपन अभिनय प्रस्तुत करत हे।”
फोटो म देखव संध्या के अदा….
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