अब लइका मन पढ़हीं छत्तीसगढ़ी मा
हमर भारतीय संविधान अउ शिक्षा नीति मन मा घलो लइका मन ला अपन मातृभाषा मा पढ़ई-लिखई बर जोर दे हवे।
नवा बछर बर लेख… नवा बिहान के आस
सुशील भोले मुंदरहा के सुकुवा बिखहर अंधियारी रात पहाये के आरो देथे। सुकुवा के दिखथे अगास म अंजोर छरियाये के आस बंध जाथे। चिरई-चिरगुन मन चंहचंहाये लगथे, झाड़-झरोखा, तरिया-नंदिया आंखी रमजत लहराए लगथें। रात भर के खामोशी नींद के अचेतहा बेरा के कर्तव्य शून्य अवस्था ले चेतना के संसार म संघराये लगथे। तब कर्म बोध […]
छत्तीसगढ़ी भाखा ले स्कूल मन म नइ होवत हे पढ़ाई
सुधा वर्मा छत्तीसगढ़ राज्य ल बने 18 बछर होगे हे पर अभु तक छत्तीसगढ़ी भाखा स्कूल मन म नइ पहुंच पाइस हे। ये सरकार के कमजोरी हे। अइसे कउन प्रांत हे जिहां उहां के भाखा म पढ़ाई नइ करे जात हे? जे भाखा के व्याकरन 1885 म हिंदी ले पहिली ले लिखे गेहे, ओला बोली […]
छत्तीसगढ़ी भाखा ले स्कूल मन म नइ होवत हे पढ़ाई
सुधा वर्मा छत्तीसगढ़ राज्य ल बने 18 बछर होगे हे पर अभु तक छत्तीसगढ़ी भाखा स्कूल मन म नइ पहुंच पाइस हे। ये सरकार के कमजोरी हे। अइसे कउन प्रांत हे जिहां उहां के भाखा म पढ़ाई नइ करे जात हे? जे भाखा के व्याकरन 1885 म हिंदी ले पहिली ले लिखे गेहे, ओला बोली […]