छत्तीसगढ़ी साहित्य के पुरोधा सुशील भोले.. 2 जुलाई जनम दिन म बिसेस
सुशील कुमार वर्मा “भोले“ जी के जनम ०२ जुलाई सन १९६१ म शुभ लगन के पावन बेरा म भाठापारा शहर थाना-धरसीवां,जिला-रायपुर म होए रिहिस।
आलेखः ढेरा, खुमरी, तुमड़ी… काबर नंदावत हे हमर पुरखौती जिनिस
हमर आवश्यकता के जो पारम्परिक उपकरण हे ओहर नदावत जावत हे, जेला हमन ल सहेज के रखे के प्रयास करना चाहिए। जेहर हमर पुरखा के धरोहर आय।
गरमी मा चिरई-चिरगुन बर पानी… नान्हे जीव बर करव ए जतन
अब गरमी ह दिनों दिन नंगत के बाढ़त हे। अइसन बेरा म नदी, नरवा, तरिया अउ कई ठन पानी के नान्हें-नान्हें सरोत मन घलो ठकठक ले सूखा हो जथे। कतको जीव-जंतु, गाय-गरवा, चिरई-चिरगुन संग सबे जीव मन ल पानी बर अब्बड़ कसट करे ल पड़थे।