कहिनी: जय समाज गंगा…… परदेशी राम वर्मा
परेम मंडल हा पंडवानी गायक नोहय फेर जिहां चार पांच झन मनखे मन ला एक संग सकलाय देखथे त ये गीत ला टिपलिस उड़ाय बर ढील देथे – ”पांचो पंडो मिले आपस म जुआ के खेल रचाये रामा।“ बुधारू, लखन, सीताराम, चुरामन अऊ रामबगस ल पहिर ओढ़ के सइकिल म जात देखिस तहां फेर सुरू […]