नियमितीकरन के आस : लखमा ह दैनिक वेतनभोगी भृत्य ल बुलाइस राजधानी
जगदलपुर। कई साल ले दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी भृत्य के नउकरी करत हवय। जे मन ल 8 हजार रूपिया मासिक वेतन मिलत हे। अधिकारी मन ह षड़यंत्रपूर्वक अपन लोगन ल रेगुलर कर दिस। लेकिन 180 अइसे कर्मचारी हे जे मन ल नियम म उलझाके कभु नियमित नइ होए के पेंच म फंसा देय गेहे। उद्योग अउ […]