समाज के फरमान दूल्हा के अरमान मन म पड़िस भारी
लड़का वाले मन ह देर ले बारात लाए म लउटाई बारात
गरियाबंद. जिला म समाज के फरमान ह एक दूल्हा के अरमान मन म भारी पड़ गिस हे. अउ दूल्हा ल बिना दुल्हन के बारात ल लउटना पड़िस. दूल्हा के गलती सिरिफ अतना रहिस हे के, वो बारात लेके एक घंटा देर म पहुंचिस.
दरअसल पंडरा माली समाज म संझा के बाद बारात के स्वागत के नियम नइए. नशा म दिस लगाए बर ये नियम बनाय गे हे. जेखर चलत बाजा-गाजा अउ सैकड़ों बाराती म केसंग देर म पहुंचिस. बराती मन ल घराती मन ह बारात ल परघाय बर मना कर दिन. जेखर ले गुस्साए बराती अउ दूल्हा ह बिना दुल्हन के ही वापिस बारात ले के लउट गिन..
घराती मन के कहिना हे के, बारात तय समय ले लेट पहुंचिस, जेखर चलत सामाजिक नियम आड़े आ गिस. अउ हमन बारात के स्वागत नई कर पायेन. उंहे दूल्हा पक्ष के कहिना हे के, बारात महज एक घंटा देर ले पहुंचे रिहिस हे. यदि लड़की पक्ष चाहतीस त बारात ल परघा सकत रिहिस हे, लेकिनअइसे नई होइस , जेखर कारन हमन बिना दुल्हन के ही वापिस लउट गेन.
जानकारी म पूरा मामला पंडरा माली समाज के हे, समाज के अध्यक्ष नीलकंठ बीसी के कहिना हे के, दिन ढले के बाद बारात परघाए के उंखर समाज म नियम नइए. बता दवन के, बाराती मन के रात म सराब पी के हुड़दंग ले बचे बर ये नियम बनाय गे हे., जे समाज के सहो झव बर हवय. दूल्हा के पिता खुद सामाजिक पदाधिकारी हे, अउ ओला ये बात अच्छा ले मालूम हवय. ओखर बाद, वो ह शुक्रवार के बारात देरी ल लेके आिस हे. अउ बारात परघाए के जिद करे लगिस. जेखर चलत ये हालात पइदा होइस..
हालांकि बारात वापस लउटे के बाद दूल्हा के बाप ह आनन-फानन म अपन बेटा के शादी दूसर गांव म कर दीस अउ दूल्हा 24 घंटा म ही दूसर दुल्हन लेके घर लउट आइस, लेकिन इहां आर्थिक तंगी के चलत ओला मोटर साइकिला मन ही बारात निकाले बर पड़ीस.