Raipur : दरभा के महिला मन ह होली म बिखेरही प्राकृतिक रंग के चमक, टेसू के फूल ले तईयार करत हे होली के रंग, पढ़व
जय जोहार। (Raipur) होली बर आजकल बाजार म मिलइया चटक अउ आकर्षक रंग केमिकलयुक्त होवत हे । जेखर ले स्किन ल नुकसान पहुंचत हे । बाजार म मिलइया ये रंग लईका मन के स्किन बर घलो नुकसानदायक होवत हे ।
सांस के माध्यम ले घलो केमिकलयुक्त रंग हमर मन के शरीर म पहुंचके फेफड़ा ल घलो नुकसान पहुंचात हे, एखर सेती विशेषज्ञ ये सलाह देत हे कि होली बर इस्तेमाल करे जवइया रंग केमिकल फ्री होन चाही । एला धियान म रखत हुए दरभा के अल्वा गांव म पटेलपारा के महिला मन ह पलाश के फूल ले होली बर गुलाल तईयार करत हे । बिहान की ए महिला मन डहार ले तईयार करे जावत प्राकृतिक गुलाल ह पूरा केमिकल फ्री हे।
गेंदा फूल स्व-सहायता समूह ले जुड़े 12 महिला मन के समूह ह अब तक 50 किलो के आस-पास गुलाल तईयार कर लेहे । जेला ग्राम पंचायत के माध्यम ले सीमार्ट तक पहुंचाए जावत हे, जिहां ले आम नागरिक ह केमिकल फ्री गुलाल खरीद सकही । ए रंग ल तईयार करे बर पलाश के फूल ल सुखाके पाउडर बनाए गीन , जेखर बाद एमा मक्का के आटा मिलाके चिकना करे गीन। एला रंगीन बनाय बर घलो प्राकृतिक चीज के ही इस्तेमाल करे गेहे । जइसे लाल रंग बर लाल भाजी, पीला रंग बर हल्दी अउ हरा रंग बर मेथी, हरा रंग के भाजी के इस्तेमाल करे गेहे ।